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गेहूं खिलाने से मरीं मछलियां

जानसठ : प्राचीन सिद्धपीठ श्रीज्ञानेश्वर महादेव मंदिर के तालाब में किसी श्रद्धालु के डाले गेहूं को खा

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Jul 2017 12:21 AM (IST)Updated: Thu, 20 Jul 2017 12:21 AM (IST)
गेहूं खिलाने से मरीं मछलियां
गेहूं खिलाने से मरीं मछलियां

जानसठ : प्राचीन सिद्धपीठ श्रीज्ञानेश्वर महादेव मंदिर के तालाब में किसी श्रद्धालु के डाले गेहूं को खाकर सैकड़ों मछलियां मर गई। इससे श्रद्धालुओं में रोष है।

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कस्बा स्थित महाभारतकालीन सिद्धपीठ श्री ज्ञानेश्वर महादेव मंदिर परिसर में स्थित तालाब में हजारों मछलियां हैं। मछलियों को जिमाने के लिए दिनभर श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है। दो दिन पहले कोई श्रद्धालु मछलियों को खिलाने के लिए तालाब में गेहूं डाल गया। गेहूं खाकर सैकड़ों मछलियों की मौत हो गई। जानकारों का कहना है कि गेहूं पेट में जाने के बाद फूलते हैं, जिसके कारण मछलियों की मौत हो गई है। करीब एक महीना पहले भी इसी तालाब में खतौली निवासी एक श्रद्धालु मुरमरे डाल गया था। मुरमुरे भी पेट में जाकर फूलते हैं, जिसके चलते उस समय भी सैकड़ों मछलियां मर गई थीं। फिलहाल हालत यह है कि दो दिन से श्रद्धालु मछलियों को जिमाने के लिए जाते हैं, लेकिन उन्हें एक भी मछली तालाब में दिखाई नहीं देती है, जिससे श्रद्धालुओं में रोष है। मंदिर समिति के प्रवीन तंवर, मनोज वर्मा, शीशपाल, प्रवीन धीमान, रतन राजपूत, ज्ञानचंद सैनी व अनिल कुमार आदि ने बताया कि श्रद्धालुओं की नादानी के चलते ही हजारों मछलियां अकाल मौत के मुंह में समा गई हैं। इसे देखते हुए कार्यकारिणी ने निर्णय लिया है कि भविष्य में कोई भी बाहर का श्रद्धालु मंदिर समिति अथवा मंदिर के पुजारी से अनुमति लेने के बाद ही तालाब में मछलियों के लिए भोजन डाल पाएगा। इस निर्णय का पालन न करने वाले श्रद्धालु के खिलाफ मंदिर समिति कार्रवाई करेगी।


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