शिवभक्तों की सेवा ही शिव की सेवा
मुजफ्फरनगर : निकट के बिलासपुर गांव में शिवभक्तों की सेवा के लिए शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में व
मुजफ्फरनगर : निकट के बिलासपुर गांव में शिवभक्तों की सेवा के लिए शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में विशेष सहयोग त्रिवेणी इंजीनिय¨रग इंडस्ट्रीज रहा।
शिविर के उद्घाटन के अवसर पर त्रिवेणी इंजीनिय¨रग के महाप्रबंधक आर. कांडपाल ने कहा कि कांवडि़यों में ही शिव बसे हैं। यदि हम कांवडियों की सेवा करेंगे तो इसी में हमको शिव की सेवा का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा का केवल धार्मिक महत्व नहीं है, बल्कि इसका विशेष आध्यात्मिक महत्व भी है। इसके अलावा शरीर के लिए यह विशेष रूप से लाभकारी है। इस यात्रा के कई रोग दूर होते हैं और शरीर बीमारियों से मुक्त हो जाता है। खान-पान पर नियंत्रण की वजह से कांवड़ यात्रा हमें भरपूर शारीरिक लाभ भी देती है। जो लोग शिवभक्तों की सेवा करते हैं, उन पर शिव की कृपा हमेशा बनी रहती है। इस दौरान गांव प्रधान नरेंद्रपाल व त्रिवेणी के सहायक महाप्रबंधक जेपी श्रीवास्तव भी मौजूद रहे। चिकित्सकों ने शिवभक्तों की चिकित्सीय सेवा की।
शिविर का आयोजन
मुजफ्फरनगर : रोटरी क्लब मिडटाउन ने कांवड़ सेवा शिविर का आयोजन किया। गंगा प्लाजा मार्केट में शिविर लगाकर शिवभक्तों की सेवा की गई। संजय अग्रवाल, सुनील अग्रवाल, पंकज जैन व पंकज अग्रवाल समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
कांवड़ियों की सेवा से बड़ा कोई पुण्य नहीं
चरथावल : प्राचीन महादेव मंदिर पर मंदिर समिति की ओर से बुधवार को कांवड़ सेवा शिविर आयोजित किया गया। शिविर का उद्घाटन समाजसेवी सतेंद्र त्यागी ने किया। पंडित सुभाषचंद शर्मा ने मंत्रोच्चार के साथ हवन-पूजन कराया। इस मौके पर मा. कुशलपाल त्यागी, जयदेव त्यागी, सुभाष चंद त्यागी, प. कृष्णचंद शर्मा, अनुज त्यागी, रामानंद त्यागी, मधुर शर्मा, आदेश गर्ग, अरविंद त्यागी, कन्हैया त्यागी, मोहित गर्ग, संदीप त्यागी, गौरव, पपनी कंसल, कोमल सिंघल, सुनील सौदाई व मोहित गर्ग आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे ।
कांवड़ शिविर का उद्घाटन
मीरापुर : कस्बा स्थित श्रीराम मंदिरर में आयोजित कांवड़ सेवा शिविर का उद्घाटन बुधवार शाम नगर पंचायत अघ्यक्ष नवीन सैनी ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक सुरेश चंद तितौरिया, पं. विनोद कुमार नागर, कमल नैन छाबडा, मधुर बेन, गो¨वद छाबड़ा, संजीव शील, शुभम वर्मा, चिराग, अनिल पुरोहित, जवाहर लाल सुखीजा व सरदार सतनाम ¨सह आदि मौजूद रहे। क्षेत्र से कांवड़ियों का आवागमन शुरू हो गया है।