खत्म होने वाला है सुहाने सफर का इंतजार
अरशद आशू, खतौली : रेलयात्रियों के लिए यह उत्साहित करने वाली खबर है। मेरठ से मुजफ्फरनगर के बीच इसी वर
अरशद आशू, खतौली : रेलयात्रियों के लिए यह उत्साहित करने वाली खबर है। मेरठ से मुजफ्फरनगर के बीच इसी वर्ष डबल ट्रैक पर ट्रेन दौड़ेंगी। जनपद में रेललाइन दोहरीकरण का काम तेजी से चल रहा है। गंगनहर के ऊपर ट्रेन दौड़ाने के लिए लोहे का पुल बन गया है, इसे पिलर लगाना बाकी है। ट्रैक के लिए यहां जमीन पर पत्थर बिछा दिए गए हैं। अब रेललाइन बिछाने का कार्य शेष रह गया है। जल्द ही शेष कार्य भी पूरा कर लिया जाएगा और फिर सफर होगा सुहाना।
यूपीए सरकार में मेरठ से सहारनपुर के बीच लगभग 110 किलोमीटर डबल रेललाइन बिछाने की योजना को हरी झंडी दे गई थी। इस पर काम शुरू किया गया तो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के लिए किसानों की जमीन अधिग्रहण व भूमि के मुआवजे को लेकर हुए विवाद का असर पड़ा। भाकियू और भाकियू भानू गुट ने आंदोलन चलाया। कई बार रेल टै्रक पर धरना-प्रदर्शन किया गया। भाकियू ने कई बार ट्रेनों को रोका और रेलवे के अधिकारियों का घेराव किया। भाकियू ने रेलवे के जीएम की स्पेशल ट्रेन को भी बंधक बनाया। इस विवाद के चलते महीनों कार्य बंद रहा। अब विवाद सुलझ गया है। अधिकतर किसानों ने मुआवजा ले लिया है। अब रेलवे ने युद्धस्तर पर कार्य शुरू कर दिया है। खतौली में गंगनहर पर ट्रेन चलाने को 80 मीटर लंबा लोहे का पुल बनकर तैयार हो गया है। नहर में इसके पिलर भी बनकर तैयार हैं। लोहा पुल को मशीनों से खींचकर पिलरों पर फिट करना बाकी है। उधर, मेरठ से दौराला तक डबल रेललाइन पूरी तरह बनकर तैयार हो चुकी है। दौराला से खतौली स्टेशन तक लाइन बिछने को जमीन को समतल करके पत्थर डाल दिए गए हैं। साइट पर सीमेंटेड स्लीपर और नई रेललाइन भी पहुंच गई है। स्लीपर डालकर रेललाइन बिछाने का कार्य शेष है। खतौली से मुजफ्फरनगर तक लाइन के लिए भूमि को समतल कर दिया गया है और स्लीपर पहुंच गए हैं। दूसरी ओर, सहारनपुर के टपरी से मुजफ्फरनगर के बीच भी यह कार्य तेजी से चल रहा है। टपरी से देवबंद तक कार्य अंतिम दौर चरण में पहुंच गया है। उससे आगे भी कार्य जारी है। उम्मीद की जा रही है कि मेरठ-मुजफ्फरनगर के बीच पांच छह माह में डबल रेललाइन तैयार हो जाएगी और वर्ष के अंत तक मुजफ्फरनगर तक डबल ट्रैक पर ट्रेनें दौड़ने लगेंगी। इसके अलावा लगभग एक वर्ष में मेरठ से सहारनपुर के बीच डबल लाइन पर ट्रेनें दौड़ने लगेंगी।
ट्रेनों के लेट होने से मिलेगा छुटकारा
खतौली : रेलवे के सूत्रों के अनुसार मेरठ से सहारनपुर के बीच एकमात्र रेललाइन होने से कुछ ट्रेनें थोड़ा सा लेट होने पर अपने समय को कवर नहीं कर पातीं। डबल रेललाइन होने से दोनों ट्रैक पर एक साथ ट्रेनों का संचालन होने से ट्रेनों के लेट होने की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
मेरठ से सहारनपुर के टपरी स्टेशन तक डबल रेलवे लाइन के प्रोजेक्ट पर तेजी से कार्य चल रहा है। खतौली में गंगनहर का पुल तैयार हो गया है। उसे पिलर पर फिट किया जाना बाकी है। जमीन पर पत्थर डाल दिए गए हैं। साइट पर स्लीपर व रेललाइन पहुंच गई है। स्लीपर डालकर रेललाइन बिछाने का कार्य शेष है। पांच छह माह में यह कार्य पूरा हो जाएगा और मेरठ-मुजफ्फरनगर के बीच डबल ट्रैक पर ट्रेनों का दौड़ना शुरू होने की उम्मीद है।'
- आरबी साहू, प्रोजेक्ट मैनेजर, रेलवे।