प्रशासन की अनदेखी से सूख गए तालाब
बुढ़ाना : प्रशासन की अनदेखी के चलते तालाबों के कंठ सूख गए हैं। तालाबों पर अतिक्रमणकारी अवैध कब्जा कर
बुढ़ाना : प्रशासन की अनदेखी के चलते तालाबों के कंठ सूख गए हैं। तालाबों पर अतिक्रमणकारी अवैध कब्जा करने से बाज नहीं आ रहे और लगातार तालाबों पर कब्जा कर रहे हैं। शाहडब्बर गांव के तालाब का पानी किनारे से दूर हुआ और जमीन सूखी तो ग्रामीणों ने गोबर खाद, कूड़ा व मकान का मलबा लाकर भराव करना शुरू कर दिया।
क्षेत्र के शाहडब्बर गांव, सठेड़ी मार्ग व बवाना आदि गांवों में तालाब सूख गए हैं। तालाब की जमीन पर कब्जा करने वाले तालाब को कूड़े, गंदगी व मलबे से पाटने का कार्य दिन में न कर रात में करते हैं। तालाब के संरक्षण व सुंदरीकरण की बड़ी-बड़ी बातें करने वाला प्रशासन बेखबर है। पिछले वर्ष प्रशासन ने शाहडब्बर के सड़क किनारे के एक तालाब की खोदाई कराई थी। करीब दो बीघा के इस तालाब में पानी भरकर उसके जीर्णोद्धार करने का वादा किया गया था। ग्रामीणों को भी मौके पर कार्यक्रम आयोजित कर शपथ दिलाई गई थी। यह तालाब अब कूड़े के ढेर में बदल गया है। इसकी जगह को पाट कर खेती भी की जा रही है। शाहडब्बर गांव के शिव मंदिर के तालाब पर पानी तो भरा है, पर कूड़े-करकट डालकर उसे भी भरा जा रहा है। तालाब के पानी में सड़न पैदा होने से संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बना है।
शाहडब्बर गांव निवासी डा. सुधीर राठी ने कहा कि शिव मंदिर के पास तालाब की वर्तमान हालातों में खोदाई व सफाई कराया जाना अति आवश्यक हो गया है। बदबू व गंदगी से तालाब के पास खड़ा होना भी दूभर हो गया है।
किसान उदयवीर ¨सह का कहना है कि सड़क किनारे पिछले वर्ष कब्जा मुक्त कर खोदाई किए गए तालाब का निजी स्वार्थ में कुछ लोग अस्तित्व मिटाने पर ही तुले हैं। पानी के अभाव में प्यास बुझाने के लिए पशु, पक्षी बेसुध होकर जान गंवाने को विवश हैं। अब तो कचरे से पट रहे तालाब की मौजूदा हालत देखने लायक नहीं है।
कब्जा हटवाने व तालाब की खोदाई व सफाई के लिए टीम गठित की गई है। कब्जा हटवाकर अतिक्रमण करने वाले आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई भी की जाएगी।
- एसडीएम श्याम अवध चौहान