खत्म नहीं हुई यूपी-100 की लापरवाही
खतौली : सपा सरकार में यूपी-100 की जो टीम मिनटों में मौक पर पहुंचती थी वह अब सुस्त हो चली है। यूपी-10
खतौली : सपा सरकार में यूपी-100 की जो टीम मिनटों में मौक पर पहुंचती थी वह अब सुस्त हो चली है। यूपी-100 पर सूचना के बावजूद टीम मौके पर पहुंचने को तैयार नहीं। हद तो यह है कि केंद्रीय मंत्री व डीआइजी के नाराजगी जताने के बावजूद यूपी-100 की टीमें गाड़ियां खाली छोड़कर फिरती नजर आयीं।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था सुधारने और पीड़ित की मदद के लिए तुरंत मौके पर पहुंचने को यूपी-100 सेवा शुरू की थी। इनका नेटवर्क लखनऊ से संचालित हो रहा है। किसी थाने को दो तो किसी को तीन यूपी-100 दी गई। सपा सरकार में यहां यूपी-100 की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचती थीं, लेकिन अब उक्त टीमें लापरवाही बरतने लगी हैं। इन पर वाहन सवारों से अवैध उगाही के आरोप भी लगने शुरू हो गए हैं।
मंसूरपुर थाना क्षेत्र के पुरा गांव में शुक्रवार रात एक दर्जन कच्छा बनियानधारी बदमाशों ने जीतेंद्र के घर पर धावा बोला। उन्होंने लूट को अंजाम दिया और विरोध करने पर जीतेंद्र की हत्या कर दी व उनकी पत्नी अर्चना को घायल कर दिया। ग्रामीण्रों एसएसपी और डीआइजी व केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान को बताया कि यूपी-100 को रात ढाई बजे जॉनी ने 12 बार काल कर बदमाशों की जानकारी दी, लेकिन टीम मौके पर नहीं पहुंची। सुबह पौने सात से लेकर सात बजे तक कई बार सनी त्यागी ने काल की, पर यूपी-100 की टीम नहीं पहुंची। आखिरकार एक युवक ने थाने पर पहुंचकर जानकारी दी। पुलिस की लारवाही से बदमाशों का भागने का पूरा मौका मिला। डीआइजी व मंत्री ने यूपी-100 की लापरवाही पर ग्रामीणों के समक्ष नाराजगी जताई और उनके खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिया, लेकिन मंत्री व डीआइजी के जाने के चंद मिनटों बाद जागरण की टीम ने मंसूरपुर में नेशनल हाईवे-58 पर यूपी-100 की गाड़ी खाली पायी। इतना ही नहीं खतौली में गंगनहर के पास यूपी-100 की एक गाड़ी खाली मिली। यह लापरवाही तब है जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानून-व्यवस्था दुरुस्त करने पर जोर दे रहे हैं, लेकिन यहां यूपी-100 की हरकतों को देखकर लगता है कि इन टीमों को मुख्यमंत्री के आदेश की कोई परवाह नहीं है।