सरकारी गोदाम से मंडी ले जाते 20 कुंतल चावल पकड़ा
जानसठ : स्थानीय सरकारी गोदाम से मंडी ले जाए जा रहे डीसीएम में लदा 20 कुंतल चावल ब्लाक प्रमुख ने पकड़
जानसठ : स्थानीय सरकारी गोदाम से मंडी ले जाए जा रहे डीसीएम में लदा 20 कुंतल चावल ब्लाक प्रमुख ने पकड़ लिया। प्रमुख ने अनाज गोदाम के इंचार्ज, ठेकेदार व पूर्ति निरीक्षक पर अवैध व फर्जी तरीके से अनाज बेचने का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है। दूसरी ओर पूर्ति निरीक्षक व नायब तहसीलदार ने गाड़ी में लदे अनाज की जांच करके उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी है।
तहरीर देकर प्रमुख योगेश गुर्जर ने बताया कि वह गुरुवार को किसी काम से खतौली जा रहे थे। रास्ते में उन्हें एक डीसीएम सामान से लदी हुई जाती दिखाई दी। शक होने पर रोककर चालक से पूछताछ की तो उसने सरकारी चावल मंडी में ले जाने की बात कही। इसके बाद उन्होंने गाड़ी ब्लाक कार्यालय पर लाकर चालक से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह किराए पर गाड़ी चलाता है और पूर्ति निरीक्षक, गोदाम इंचार्ज और गोदाम के ठेकेदार ने उन्हें किराए पर चावल लेकर भेजा था। प्रमुख ने सरकारी चावल को फर्जीवाड़ा करके बेचने वाले अधिकारी व ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। एसएसआई सर्वेश कुमार का कहना है कि जांच के बाद कार्रवाई होगी।
इधर, सूचना मिलने पर पूर्ति निरीक्षक आलोक वशिष्ठ व नायब तहसीलदार देवेंद्र शर्मा गाड़ी में लदे चावल की जांच करने पहुंचे। बताया गया कि उक्त चावल सरकारी बोरों में भरा था और गोदाम से स्टाक भी कम नहीं पाया गया। एसडीएम उमेश कुमार मिश्रा ने बताया कि मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
पूर्ति निरीक्षण का है कहना
पूर्ति निरीक्षण आलोक वशिष्ठ का कहना है कि सभी आरोप निराधार हैं। पकड़ा गया चावल सरकारी नहीं बल्कि एक किसान का है। बोरे पर सरकारी टैग या मशीन की सिलाई भी नहीं है।