कलश यात्रा के साथ हुआ भागवत कथा का शुभारंभ
मोरना: तीर्थ नगरी शुक्रताल में बैंड बाजों के शोभा-यात्रा निकालकर श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। जि
मोरना: तीर्थ नगरी शुक्रताल में बैंड बाजों के शोभा-यात्रा निकालकर श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। जिसमें सैकड़ों महिलाओं ने कलश के साथ भाग लिया।
श्री दंडी आश्रम में श्री कामधेनु गौ सेवा समिति के तत्वाधान में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा अमृत ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ करते हुए ब्रह्मचारी गुरूदत्त जी महाराज ने कहा कि भागवत ज्ञान की गंगा है, इसके श्रवण से मन में मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है। इससे पूर्व ब्रह्मचारी जी महाराज ने दीप प्रज्जवलित कर ऋषिकेश से पधारे कथा व्यास बाल सन्त भोले बाबा को पटका पहनाया। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश से आए हजारों महिला पुरूष श्रद्धालुओं ने बैंड बाजों के साथ कलश यात्रा निकाली, जो तीर्थ नगरी के विभिन्न मार्गो से होती हुई स्वामी कल्याण देव तिराहे, अम्बेडकर चौक, हनुमत धाम, गणेश धाम आदि से होकर गंगा घाट पहुंची और गंगा घाट से कलश लेकर कथा भवन में स्थापित किए। मुख्य यजमान हरिदास अग्रवाल व विधा देवी रहे। कथा के आयोजन मे अमृत लाल अग्रवाल, सुरेश, अनिल, बजरंग, मुकेश, महावीर, मेघराज शर्मा, मनोहर लाल शर्मा, गिरीधारी मान, नारायण सोनी आदि मुख्य भूमिका निभा रहे है।