हादसे में तीन की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने लगाया जाम, पुलिस को दौड़ाया
चरथावल : हादसे में बाइक सवार तीन युवकों की मौत से गुस्साएं ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर चरथाव
चरथावल : हादसे में बाइक सवार तीन युवकों की मौत से गुस्साएं ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर चरथावल मार्ग पर जाम लगा दिया। इस बीच पुलिस ने एक युवक को हिरासत में ले लिया। इससे गुस्साएं ग्रामीणों ने पुलिस को दौड़ा दिया। मौके पर पहुंचे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पुलिस व प्रशासनिक अफसरों को जाम स्थल पर बैठा लिया। अधिकारियों के मृतकों के परिवार को 30 हजार रुपये व मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख रुपये का मुआवजा देने के आश्वासन पर जाम ग्रामीणों ने खोल दिया।
थानाक्षेत्र के ग्राम मथुरा निवासी 20 वर्षीय दीपक व 15 वर्षीय अंकित तथा जानसठ निवासी बालिस्टर के साथ बाइक पर सवार होकर ढाबे से बुधवार देर रात्रि वापस अपने घर लौट रहे थे। जब वह नहर से आगे स्थित एक धर्मकांटे के नजदीक पहुंचे तो अज्ञात वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी, इससे बाइक सवार युवकों की मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस ने रात्रि में ही परिजनों को सूचना दिए बिना ही युवकों के शव को पीएम के लिए भिजवा दिया था। उधर सूचना मिलते ही परिजनों मे कोहराम मच गया था। गुरुवार को ग्रामीणों व महिलाओं ने मुजफ्फरनगर-थानाभवन मार्ग पर वाहन चालक के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करने व मृतकों के परिजनों को मुआवजे की मांग को लेकर जाम लगा दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों से जाम खुलवाने का प्रयास किया। आरोप है कि ग्रामीणों के नहीं मानने पर पुलिस ने जाम स्थल से एक युवक को हिरासत में लेकर थाने में बैठा दिया। इससे आक्रोशित ग्रामीणों व महिलाओं ने पुलिस को दौड़ा दिया। भाकियू कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे भाकियू ब्लॉक अध्यक्ष विकास शर्मा के नेतृत्व में ग्रामीणों व महिलाओं ने मार्ग पर जाम लगाकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। धरने को सम्बोधित करते हुए विकास शर्मा ने मृतक के परिजनों को दस -दस लाख रुपये का मुआवजा व आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने व धर्म काँटो द्वारा किये जा रहे अतिक्रमण को हटाने की मांग की। सीओ सदर अकील अहमद व थाना प्रभारी आनंद मिश्रा ने कई बार लोगों को कार्यवाही का आश्वासन देकर जाम खुलवाने की कोशिश की। परन्तु जाम खोलने को ग्रामीण व महिलाएं तैयार नही हुए और तत्काल कार्यवाही की मांग पर अड़ी रही। मामला बिगड़ता देख थाना प्रभारी आनंद मिश्रा ने मौके पर भारी फोर्स बुलाते हुए आलाधिकारियों को मामले की सूचना दी। सूचना मिलते ही एसपी सिटी प्रदीप गुप्ता व एसडीएम सदर उज्जवल कुमार कई थानो की फोर्स व पीएसी लेकर घटना स्थल पर पहुंचे ।बाद में मौके पर पहुंचे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पीड़ित परिवार से वार्ता करते हुए आला अफसरों को धरने पर बैठा लिया। अधिकारियों के प्रत्येक मृतक के परिजन को 30 हजार व मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख रुपये का मुआवजे दिलाए जाने के साथ साथ सख्त कार्यवाही का आश्वासन मिलने पर महिलाओं व ग्रामीणों ने जाम खोला। उधर, मृतकों के शवों का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
--मां के बाद पिता का साया भी उठा सिर से
बालिस्टर की तीन पुत्रियां हैं। उसकी पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है। अब उनकी पुत्रियों के सिर से पिता का साया भी उठ गया। 15 वर्षीय अंकित के भी कई वर्ष पूर्व सिर से पिता का साया उठ गया था। अंकित व बालिस्टर गांव के ¨मटू के रोहाना मार्ग पर स्थित शगुन होटल पर मजदूरी करते थे, जबकि उससे कुछ दूरी पर दीपक बाइक मरम्मत की दुकान करता था।