गंगा को दूषित करने वालों पर हो कार्रवाई
मोरना (मुजफ्फरनगर) : संतों और क्षेत्रीय लोगों ने जिला प्रशासन से गंगा को दूषित करने वालों के विरुद्ध
मोरना (मुजफ्फरनगर) : संतों और क्षेत्रीय लोगों ने जिला प्रशासन से गंगा को दूषित करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। शुकदेव पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद महाराज का कहना है कि गंगा माता को प्रदूषित करना महापाप है। दंडी आश्रम के पीठाधीश्वर ब्रह्मचारी गुरुदत्त महाराज का कहना है कि गंगा हमारी भारतीय संस्कृति की धरोहर है। इसके जल को प्रदूषित करना सामाजिक अपराध है। हनुमत धाम के पीठाधीश्वर ब्रह्मचारी केशवानंद महाराज का कहना कि गंगा में स्नान करने से मनुष्य के पाप खत्म हो जाते हैं। इसके जल की शुद्धता को बनाए रखना चाहिए। ग्राम प्रधान नीरज रायल शास्त्री का कहना कि शुक्रताल में दूरदराज क्षेत्रों से भारी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान करने आते हैं। गंगा में दूषित पानी छोड़कर श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। श्री गंगा सेवा समिति से जुड़े सुरेंद्र ¨सह का कहना है कि जिला प्रशासन को गंगा में दूषित जल छोड़ने वालों की जांच कराकर उनके खिलाफ रासुका की कार्रवाई करनी चाहिए।
पांच साल पहले भी आया था दूषित जल
मोरना: शुक्रताल में पांच साल पहले भी गंगा में दूषित जल आने से मछलियों की मौत हई थी। प्रदूषण बोर्ड ने लक्सर की दो फैक्ट्रियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था। वर्ष 2010 में भी हरिद्वार की ओर से आए दूषित जल मछलियों की मौत हो गई थी।