अस्पताल ने गर्भवती को निकाला, एंबुलेंस में पैदा हुई बच्ची
जानसठ : प्रसव पीड़ा के लिए मीरापुर से आई एक महिला एंबुलेंस में ही तड़पती रही, लेकिन अस्पताल में तैनात
जानसठ : प्रसव पीड़ा के लिए मीरापुर से आई एक महिला एंबुलेंस में ही तड़पती रही, लेकिन अस्पताल में तैनात महिला चिकित्सकों व नर्स ने एक न सुनी। इससे महिला ने एंबुलेंस में ही बच्ची को जन्म दे दिया। परिजनों ने चिकित्साकर्मियों पर सुविधा शुल्क मांगने व अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए डीएम व सीएमओ से शिकायत की है।
मीरापुर के मोहल्ला सर्फपुरा निवासी आमिर पुत्र कासिम ने सोमवार रात करीब 10 बजे अपनी पत्नी अफसरी को प्रसव के लिए जानसठ की सीएचसी में भर्ती किया था। आमिर ने बताय कि करीब दो घंटे भर्ती रखने के बाद जब प्रसव का समय निकट आया तो रात्रि ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक व नर्स आदि ने उससे प्रसव की एवज में 25 सौ रुपये सुविधा शुल्क के रूप में मांगे। रात्रि अधिक होने के कारण वह पैसों का इंतजाम नहीं कर सका। आरोप है कि महिला कर्मचारियों ने उसकी पत्नी को यह कहते हुए अस्पताल से निकाल दिया कि बच्चा यहां नहीं हो सकता जिला अस्पताल ले जाओ।
लाख मिन्नत करने के बाद भी जब कर्मचारी नहीं मानी तो उसने अपनी पत्नी को जिला अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस में बैठा दिया। यहां पत्नी को प्रसव पीड़ा और अधिक होने लगी तो उसने फिर से नर्स से मिन्नत की, लेकिन उसने प्रसव करने से साफ इनकार कर दिया। दर्द और बढ़ा तो पत्नी ने एंबुलेंस में ही बच्ची को जन्म दे दिया। इसमें एंबुलेंस चालक ने काफी मदद की। इसके बाद उन्होंने जबरन पत्नी व बच्ची को अस्पताल के बिस्तर पर लिटा दिया।
मंगलवार को दर्जनों लोग अस्पताल पहुंचे और हंगामा किया। सूचना पर सपा नेता गुफरान कुरैशी अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली। इस दौरान महिला के परिजनों की एक नर्स से बहस भी हुई। बाद में आमिर ने रात्रि में तैनात महिला चिकित्सक व नर्स की शिकायत की है। उन्होंने मांग की है कि सुविधा शुल्क मांगने व अभद्रता करने वाली कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
इन्होंने कहा..
महिला को प्रसव में समस्या थी, इसीलिए रेफर कर दिया था। इसके बाद उसे एंबुलेंस में प्रसव पीड़ा बढ़ी तो भर्ती कर लिया। सुविधा शुल्क मांगने का आरोप गलत है। बावजूद इसके जांच में आरोप सही पाए जाने पर संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- डा. शरण ¨सह, प्रभारी, सीएचसी जानसठ।