किसान ने किया डीएम के सामने आत्मदाह का प्रयास
मुजफ्फरनगर : कलक्ट्रेट में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया जब किसान दिवस के दौरान एक किसान ने डीएम क
मुजफ्फरनगर :
कलक्ट्रेट में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया जब किसान दिवस के दौरान एक किसान ने डीएम के सामने खुद पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया। किसान को पुलिस ने तुरंत हिरासत में लेकर सिविल लाइन थाने भेज दिया। उधर, किसान को हिरासत में लेने के विरोध में भाकियू कार्यकर्ता डीएम कार्यालय के आगे धरना देकर बैठ गए, जिसके चलते संबंधित किसान को रिहा कर दिया गया। किसान की इस हरकत के चलते किसान दिवस बीच में ही रह गया और डीएम वहां से चले गए।
बुधवार को कलक्ट्रेट में जिला पंचायत सभागार में डीएम कौशलराज शर्मा किसान दिवस पर किसानों को संबोधित कर रहे थे। अभी समस्याएं सुनने सुनाने का दौर चल ही रहा था कि चरथावल ब्लाक के गांव बुद्ढाखेड़ा के किसान मनोज पुत्र खचेड़ू ने गोष्ठी के बीच में खड़े होकर अपनी समस्या बताई। आरोप लगाया कि चकबंदी के चलते उसकी कई बीघा जमीन इधर-उधर हो गई। उसने इस विषय में अधिकारियों से शिकायत की तो किसी ने कोई गौर नहीं किया। इतना ही नहीं मनोज का आरोप है कि इस मामले में उसने एक अधिकारी को करीब साढ़े चार लाख रुपये रिश्वत के तौर पर भी दे रखे हैं लेकिन वह अधिकारी न तो उसकी जमीन ही ठीक करवा रहा और न पैसे लौटा रहा है। आरोप लगाया कि चकबंदी अधिकारी कुछ किसानों के दबाव में आकर दूसरे किसानों के साथ भेदभाव कर रहे हैं। इस पर डीएम कौशलराज शर्मा ने किसान मनोज से संबंधित कागजात उन्हें उपलब्ध कराने को कहा लेकिन इसी बीच वहां तब अफरातफरी मच गई जब मनोज केरोसिन से भरी बोतल अपने ऊपर उड़ेल ली और आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि दूसरे किसानों ने उसे रोक लिया। वहीं पुलिस ने मनोज को तुरंत हिरासत में ले लिया और सिविल लाइन थाने ले गई। उधर, किसान की रिहाई की मांग और चकबंदी विभाग के कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर भाकियू कार्यकर्ता डीएम कार्यालय के आगे धरना देकर बैठ गए। बाद में पुलिस मनोज को कलक्ट्रेट ले आई, इधर एडीएम प्रशासन डा. इंद्रमणि त्रिपाठी ने भाकियू कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर शांत कराय और जांच का आश्वासन दिया। इसके बाद किसानों ने धरना समाप्त किया। उधर, पिछले दिनों भाकियू ने कलक्ट्रेट में धरना देकर डीएम को चकबंदी विभाग के भ्रष्ट कर्मियों के खिलाफ शिकायती पत्र सौंपा था। एडीएम प्रशासन डा. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि पीडित किसान बीस अप्रैल को साक्ष्य के साथ आएं और अपने बयान दर्ज कराएं।
इन्होंने कहा
किसान गोष्ठी के दौरान एक किसान ने कुछ तरल पदार्थ अपने ऊपर डाला था, जिसे पुलिस ने तुरंत हिरासत में ले लिया था। गोष्ठी के दौरान इस प्रकार की हरकत ¨नदनीय है, जबकि संबंधित किसान की समस्या का संज्ञान लिया जा रहा था।
-कौशलराज शर्मा, डीएम।