जागरण के माध्यम से माता का गुणगान
मुजफ्फरनगर : वासंतिक नवरात्र के छठे दिन मां भगवती के सातवें स्वरूप कालरात्रि की उपासना हुई। विभिन्न
मुजफ्फरनगर : वासंतिक नवरात्र के छठे दिन मां भगवती के सातवें स्वरूप कालरात्रि की उपासना हुई। विभिन्न स्थानों पर जागरण के माध्यम से माता का गुणगान हुआ।
गुरुवार को मां भगवती के सातवें स्वरूप काल को जीतने वाली माता कालरात्रि देवी की उपासना हुई। भगवान शंकर की शक्ति के रूप में देवी माता कभी रुद्राणी बनकर भक्तों का कल्याण करती है, तो कभी चंडिका बनकर चंडमुंड का संहार करती है। माता का यह स्वरूप दैत्यों का सर्वनाश करती है। सांसारिक प्राणी जिन जिन चीजों से दूर भागता है, वह सब मां काली को प्रिय होते हैं।
माता के इस स्वरूप की उपासना करने के लिए देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रही। माता के जयकारे गूंजते रहे। भक्तों ने कतारों में लगकर माता की पूजा अर्चना की। अनेक स्थानों पर रात्रि जागरण क आयोजन हुए। जागरण के माध्यम से कलाकारों ने माता का गुणगान हुआ। माता के सुंदर-सुंदर भजनों पर भक्तों को झूमने के लिए मजबूर किया। घर एवं मंदिरों में महिला भजन मंडलियों ने माता का गुणगान किया।