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एसटीएफ की तफ्तीश में शामिल हुआ बुढ़ाना के सफेदपोश का नाम

मुजफ्फरनगर : राहुल खट्टा फरारी प्रकरण में एसटीएफ की जांच पड़ताल में बुढ़ाना के सफेदपोश नेता का नाम शा

By Edited By: Published: Mon, 20 Oct 2014 08:05 PM (IST)Updated: Mon, 20 Oct 2014 08:05 PM (IST)
एसटीएफ की तफ्तीश में शामिल हुआ बुढ़ाना के सफेदपोश का नाम

मुजफ्फरनगर : राहुल खट्टा फरारी प्रकरण में एसटीएफ की जांच पड़ताल में बुढ़ाना के सफेदपोश नेता का नाम शामिल हो गया है। तफ्तीश में पता चला है ईट भट्ठा व्यापारी प्रवीण मित्तल का अपहरण करने के बाद उन्हें बिराल में ही रखा गया था। इसी सफेदपोश नेता और बुढ़ाना क्षेत्र के एक ग्राम प्रधान ने फिरौती में बिचौलिए की भूमिका निभाई थी। माना जा रहा है कि पुलिस और एसटीएफ प्रकरण में जल्द ही शिकंजा कस सकती है।

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एसटीएफ मेरठ यूनिट को बागपत जिले के 50 हजार के इनामी राहुल खट्टा और 15 हजारी आकाश निवासी शामली की लोकेशन बुढ़ाना के लकड़संधा के पास मिली थी। सूचना थी कि शातिर राहुल खट्टा हथियारों की खरीद के लिए आया है। एसटीएफ ने 14 अक्टूबर 2014 को दबिश देकर राहुल खट्टा के चार साथियों को दबोच लिया, जबकि राहुल अपने साथी आकाश और एक अन्य के साथ फरार हो गया था।

इस पूरे प्रकरण में एसटीएफ और मुजफ्फरनगर पुलिस की तफ्तीश में एक सफेदपोश नेता का नाम राहुल को पनाह देने को लेकर सामने आया था। पूछताछ में खुलासा हुआ कि प्रवीण मित्तल को अपहरण करने के बाद बुढ़ाना के बिराल गांव में एक सफेदपोश की पनाह में रखा गया था। बुढ़ाना क्षेत्र के एक ग्राम प्रधान और इसी सफेदपोश ने फिरौती की डील में भी बिचौलिए की भूमिका निभाई थी और रकम के आदान-प्रदान को अंजाम दिलाया।

जांच में यह भी पता चला कि इसी सफेदपोश ने बिराल में करीब एक माह से राहुल खट्टा और आकाश को छिपाकर रखा था। ऐसी भी संभावना है कि थाना पुलिस को इस बाबत जानकारी थी, लेकिन दबाव के कारण कोई कार्रवाई नहीं की गई। एसटीएफ और पुलिस ने अब तफ्तीश में इस सफेदपोश और ग्राम प्रधान का नाम शामिल कर दिया है। जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी सफेदपोश नेता का पूर्व में भी कई अपराधियों से संपर्क रहा है। ऐसे में जल्द ही आरोपी सफेदपोश नेता और अन्य के खिलाफ कार्रवाई की संभावना है।

प्रवीण मित्तल का अपहरण भी

पुलिस की वर्दी पहनकर किया

आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि मूल रूप से बागपत के बड़े गांव निवासी ईट भट्ठा व्यापारी प्रवीण मित्तल के अपहरण के बारे में पता चला। आरोपियों ने बताया कि 8 अगस्त 2014 को राहुल खट्टा उत्तरप्रदेश पुलिस के दारोगा की वर्दी पहनकर प्रवीण मित्तल की कार को बागपत के खेखड़ा कस्बे के पास दखरपुर रोड के पास रोक लिया था। इसके बाद राहुल ने साथियों के साथ प्रवीण का अपहरण किया। इसके बाद राहुल अपने साथियों के साथ प्रवीण मित्तल को लेकर मुबारिकपुर होते हुए मुजफ्फरनगर की सीमा में घुस आया। इसके बाद बुढ़ाना क्षेत्र के इसी सफेदपोश नेता ने अपराधियों का रूकने का इंतजाम किया था।


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