हाकिमों के नजदीकी ने लिया लुटेरे को छुड़ाने का ठेका
मुजफ्फरनगर : पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय में बैठकर गलबहियां करने वाले एक युवक ने लुटेर
मुजफ्फरनगर : पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय में बैठकर गलबहियां करने वाले एक युवक ने लुटेरे को छुड़ाने का ठेका लिया है। आरोपी के परिजनों से एक लाख रुपये में 'डील' तय की और रकम भी उठा ली। इसके बाद कुछ पुलिस अधिकारियों को सिफारिश के लिए फोन भी किए। मामला उस समय खुला, जब केस के जांच अधिकारी को शिकायत मिली।
नई मंडी कोतवाली पुलिस ने तीन दिन पूर्व लुटेरों का गिरोह दबोचा था। आरोपियों के पास से एक मिनी डीसीएम, लूटे गए कुछ ट्रांसफार्मर और ट्रांसफार्मर का तेल भी बरामद किया गया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान सलीम निवासी इस्लामाबाद खतौली, जोगेंद्र कुमार निवासी वहलना, खतौली के रहने वाले अनीस, वासिद, चांद और सरधना के ईकड़ी गांव निवासी अशरफ के रूप में हुई। पूरे प्रकरण की जांच नई मंडी के दारोगा तेजपाल को दी गई।
इस पूरे प्रकरण में पकड़े गए सलीम का नाम निकलवाने के लिए खतौली निवासी नीरज नामक युवक ने सलीम के परिजनों से एक लाख रुपये ले लिए। चूंकि नीरज का जनपद के कुछ बड़े पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से मिलना जुलना है, तो उसने सिफारिश के लिए फोन भी किए। अधिकारियों को गुमराह करते हुए बताया कि सलीम को थाना पुलिस ने गलत पकड़ लिया है।
हालांकि पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया। लुटेरे को छुड़ाने के लिए एक लाख रुपये लेने का मामला मंगलवार को उस समय खुला, जब सलीम के परिजनों ने केस के जांच अधिकारी दारोगा तेजपाल से शिकायत की। उन्होंने दारोगा को बताया कि उन्होंने तो नीरज नामक युवक को एक लाख रुपये दिए थे, इसके बाद भी पुलिस सलीम को क्यों नहीं छोड़ रही है। पूरा मामला जानकारी में आने के बाद इंस्पेक्टर अरुण कुमार को सूचना दी। दूसरी ओर सलीम के परिजन जब पूरा मामला समझे तो उन्होंने नीरज निवासी खतौली के खिलाफ एक शिकायत पत्र दारोगा तेजपाल को दिया।
इन्होंने कहा..
सलीम के परिजनों ने बताया कि नीरज नाम के युवक ने नाम निकलवाने के लिए एक लाख रुपये लिए थे। मैंने इस प्रकरण में इंस्पेक्टर को जानकारी दी है।
-तेजपाल दारोगा, नई मंडी कोतवाली।
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पुलिस किसी के दबाव में काम नहीं करेगी। इस मामले को दिखवाया जाएगा। आरोपी को छुड़वाने के नाम पर किसी ने रकम वसूली है तो पीड़ित शिकायत करें। सख्त कार्रवाई कराई जाएगी।
-एन. रविंद्रन, डीआइजी सहारनपुर।