बाल-बाल बचा वायुसेना का हेलीकॉप्टर
मुजफ्फरनगर :
भारतीय वायुसेना के चीता हेलीकॉप्टर की सरसावा में खराब मौसम के कारण मुजफ्फरनगर के थाना तितावी क्षेत्र के छतेला गांव में इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। इस दौरान हेलीकॉप्टर हाईटेंशन लाइन में उलझने से बाल-बाल बचा। इस दौरान किसी अज्ञात हेलीकॉप्टर द्वारा हमले की अफवाह फैल गई और थाना पुलिस समेत सैकड़ों ग्रामीण मौके पर पहुंच गए।
गाजियाबाद के वायुसेना स्टेशन हिंडन से मंगलवार सुबह एक चीता हेलीकॉप्टर सरसावा के लिए उड़ा था। हेलीकॉप्टर जब मुजफ्फरनगर क्षेत्र में पहुंचा तो पायलट नितिन वेलडे को आदेश मिला कि सरसावा में मौसम काफी खराब है, इसलिए हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग कराई जाये। पायलट ने तितावी क्षेत्र के गांव छतेला के कब्रिस्तान में खाली जगह देखकर हेलीकॉप्टर को उतारने की कोशिश शुरू कर दी।
कब्रिस्तान के पास होकर हाईटेंशन लाइन जा रही है। तितावी इंस्पेक्टर केके गौतम के मुताबिक, पायलट ने लैंडिंग शुरू कर दी लेकिन ऊंचाई ज्यादा होने के कारण तार दिखाई नहीं दिये। हालांकि, ऊंचाई कम होने के साथ पायलट ने चौकसी दिखाते हुए हेलीकाप्टर को संभाल लिया और नीचे उतारा और सरसावा सूचना दी।
वहीं दूसरी ओर किसी अज्ञात हेलीकॉप्टर के कब्रिस्तान में उतरने और हमले की अफवाह फैल गई। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी और लाठी-डंडे लेकर मौके पर पहुंच गए। तितावी इंस्पेक्टर केके गौतम भी मौके पर पहुंचे। वायुसेना के अधिकारियों से बातचीत के बाद पूरा प्रकरण साफ हुआ।
बच्चों के लिये कौतुहल
गांव में उतरा हेलीकॉप्टर बच्चों के लिए कौतुहल रहा। इसे देखने के लिये आसपास गांव से भी सैकड़ों लोग पहुंच गए। सुबह करीब 10.30 बजे टेकऑफ का मैसेज मिलने के बाद पायलट नितिन वेलडे और अनुपम हेलीकॉप्टर लेकर रवाना हो गए।