प्रभु यीशु की शिक्षाओं को मनन करने का संकल्प
मुजफ्फरनगर : गुड़ फ्राइडे पर गिरिजाघरों में विशेष प्रार्थना सभाएं हुईं। प्रभु यीशु की शिक्षाओं का मनन किया गया। फादर ने अपने प्रवचनों में प्रभु यीशु को प्रेम, दया, करुणा, शांति एवं अंहिसा का प्रतीक बताया।
गुड फ्राइडे अर्थात शुभ शुक्रवार को बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रभु यीशु ने समस्त मानव जाति को पाप, अंधकार, कष्ट, रोग से छुटकारा दिलाने के लिए स्वयं को क्रूस पर लटकाकर अपने जीवन का बलिदान किया था। वह प्रात: नौ बजे से लेकर अपराह्न तीन बजे तक लटके रहे थे। उन्होंने लटके हुए अपनी वाणी में कहा कि हे पिता मानव जाति अंधकार में हैं, अज्ञानी हैं, नासमझ है। उसने अपने पापों का अंगीकार किया। क्षमा मांगी और प्रभु यीशु पर विश्वास किया। आज का दिन समस्त मानव जाति के लिए प्रेम, करूणा, दया, क्षमा, सत्य, अहिंसा, विनम्रता, भाईचारा और आपसी प्रेम का दिन है। द्वेषभाव, नफरत, घृणा को दूर करने का दिन है।
शुक्रवार को शहर के सेंट्रल मेथोसिस्ट चर्च, गुड शैफर्ड चर्च, सेंट जोंस चर्च में विशेष प्रार्थना सभाएं हईं। फादर सुरेश मसीह, फादर विनय कुमार, फादर डा. देवसया, फादर फिलिप्स ने प्रवचन में प्रभु यीशु मसीह की शिक्षाओं का मनन कराया। देश में सुख शांति की कामना की। विभिन्न संप्रदायों के लोगों ने प्रार्थना सभा में भाग लिया। सेंटफ्रांस चर्च खेड़ा मस्तान में प्रचारक मैथ्यू पाल ने प्रार्थना सभा कराई।