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रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर तीन लाख की ठगी

मुरादाबाद : महानगर में ठगों का जाल फैला हुआ है। कभी सऊदी अरब भेजने के नाम पर ठगी की ज

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Aug 2017 02:41 AM (IST)Updated: Fri, 11 Aug 2017 02:41 AM (IST)
रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर तीन लाख की ठगी
रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर तीन लाख की ठगी

मुरादाबाद : महानगर में ठगों का जाल फैला हुआ है। कभी सऊदी अरब भेजने के नाम पर ठगी की जा रही है तो कभी एटीएम कार्ड की जानकारी लेकर। गुरुवार को एक मामला सामने आया है जिसमें रेलवे में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगों ने दो युवकों से तीन लाख रुपये ठग लिए। पीडि़त एक लाख रुपये लेकर जब ज्वाइन करने दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे तो रुपये लेने वाले नहीं पहुंचे। फोन पर जानकारी की तो मोबाइल बंद थे। ठगी के शिकार गुरुवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचे और ठगी की तहरीर दी।

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रामपुर के विलासपुर निवासी विनीत कुमार सिविल लाइंस में अपने रिश्तेदारों के घर रहते हैं। विनीत ने बताया कि ¨हदू कॉलेज से बीए करने के बाद वह नौकरी की तलाश कर रहा था। इसी बीच रेलवे में चतुर्थ श्रेणी की वैकेन्सी निकलीं। विनीत ने भी इसमें आवेदन किया। इसी दौरान उसके दोस्त नागफनी निवासी वसीम ने मुलाकात विजय अग्रवाल से कराई। विजय ने बताया कि उसका रेलवे में कैट¨रग का काम है। उसकी अधिकारियों से अच्छी मुलाकात है। वह उसकी नौकरी में मदद कर देगा। विनीत के अनुसार विजय अग्रवाल दिल्ली में पहाड़गंज का रहने वाला है। विजय ने उससे हाईस्कूल, इंटर और बीए के प्रमाण पत्रों की छाया प्रति के साथ आइडी ले ली। आश्वासन दिया कि बिना किसी लिखित परीक्षा के तुम्हारी नौकरी लग जाएगी। विनीत ने अपने साथी अजय रस्तोगी की बात भी विजय अग्रवाल से करा दी। दोनों को चार लाख रुपये का खर्च बताया। पीड़ित ने बताया कि विजय ने रुपये लेकर उन्हें 6 जनवरी 2017 को दिल्ली बुलाया। रुपये देने के बाद दिल्ली के रेल भवन ले जाकर वहां उनकी मुलाकात दो लोगों से अधिकारी कहकर कराई। दो महीने के अंदर ज्वाइन कराने का आश्वासन दिया। दो माह बीतने के बाद अधिकारी के छुट्टी पर होने की बात कही। विनीत ने बताया कि इस दौरान लगातार उसकी विजय से बात हो रही थी। उसके बाद कभी दिल्ली तो कभी मुंबई होने की बात कहकर वह टालता रहा। 20 जुलाई को विजय ने बची हुई रकम लेकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मिलने के लिए कहा। निर्धारित तारीख पर जब दोनों दिल्ली पहुंचे तो विजय वहां नहीं आया। कॉल करने पर फोन बंद मिला। देर रात तक उसका इंतजार कर दोनों मुरादाबाद आ गए। रेल भवन जाकर पता किया तो बताया गया कि जिस व्यक्ति ने दोनों को अधिकारियों से मिलवाया था वह भोपाल का ठेकेदार है, उसका नाम विजय अग्रवाल नहीं राम प्रसाद है। काफी समय बाद भी जब संपर्क नहीं हुआ तो गुरुवार को पीड़ित एसएसपी कार्यालय पहुंचे और अपने साथ हुई ठगी की जानकारी पुलिस को दी।

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खाते की जानकारी लेकर की 32 हजार रुपये की खरीदारी

मुरादाबाद : मझोला थानाक्षेत्र के बुद्धि विहार निवासी विश्वास कुमार निजी फर्म में काम करते हैं। उनका खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है। एक सप्ताह पहले उन्होंने बैंक से एटीएम कार्ड लिया था। बीते मंगलवार को उनके मोबाइल पर फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को बैंक के मुख्यालय से बात करने की बात बताई। कॉल करने वाले ने तुरंत एटीएम कार्ड एक्टिवेट करने की बात कही। कुछ देर बाद फिर फोन आया और एटीएम कार्ड की जानकारी ली। पीड़ित ने बताया कि जानकारी देने के कुछ देर बाद ही उनके खाते से 32 हजार रुपये की खरीदारी कर ली गई। जानकारी करने पर पता चला कि खरीदारी मेरठ के मॉल से की गई थी। पीडि़त की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।


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