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पाक जिंदाबाद के पीछे की साजिश तलाशने में जुटी खुफिया एजेंसी

वाट्सएप स्ट्टेस पर पाक जिंदाबाद लिखने के पीछे छात्र की मंसा क्या थीं? कश्मीरी छात्र ने फेसबुक पर आपत्तिजनक जनक टिप्पणी क्यों की?

By Narendra KumarEdited By: Published: Sun, 17 Feb 2019 01:46 AM (IST)Updated: Sun, 17 Feb 2019 06:05 AM (IST)
पाक जिंदाबाद के पीछे की साजिश तलाशने में जुटी खुफिया एजेंसी
पाक जिंदाबाद के पीछे की साजिश तलाशने में जुटी खुफिया एजेंसी

मुरादाबाद, जेएनएन । वाट्सएप स्ट्टेस पर पाक जिंदाबाद लिखने के पीछे छात्र की मंसा क्या थीं? कश्मीरी छात्र ने फेसबुक पर आपत्तिजनक जनक टिप्पणी क्यों की? कालेज प्रशासन का इस मामले में क्या रूख रहा हैं? इन सभी सवालों का जवाब खुफिया एजेंसियां तलाश रही है। मामला देशद्रोह से जुड़ा होने पर एनआइए ने भी संज्ञान ले लिया है। साथ ही गृह मंत्रालय ने मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। छात्र से सिविल लाइन थाने में खुफिया विभाग अलग अलग तरीके से पूछताछ करने में लगा है। मामला कश्मीरी छात्र से जुड़ा होने के कारण अतिसंवेदनशील बन गया है।

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शहादत पर रो रहा पूरा देश

पुलवामा में आतंकी हमले के बाद चालीस जवानों की शहादत पर पूरा देश रो रहा हैं। वहीं मुरादाबाद के एमआइटी में फार्मेसी के छात्र ने पाकिस्तान जिंदाबाद लिखकर सुरक्षा एजेंसियों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। अहम बात यह है कि फार्मेसी के छात्र मुसाजन गनी से पहले कश्मीरी छात्र रफी फारुख भी फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर चुके हैं। कश्मीरी छात्र के बाद मुसाजन गनी के पाकिस्तान प्रेम से खुफिया एजेंसी को साजिश की बू आ रही है। पुलिस हिरासत में मुसाजन गनी ने खुफिया एजेंसी लगातार अलग-अलग तरीके से पूछताछ में जुटी हुई हैं। साथ ही मुसाजन के मोबाइल का रिकॉर्ड और वाट्स-एप तथा फेसबुक के मैसेज भी चेक किए जा रहे है। देखा जा रहा है कि फेसबुक पर मुसाजन की दोस्ती किस किस से हैं? कई मुसाजन की फ्रेंडलिस्ट में संदिग्ध नाम भी मिले है। इन पर भी काम किया जा रहा है। साथ ही मुसाजन से जुड़े बाकी छात्रों की पड़ताल की जा रही है। देखा जा रहा है कि मुरादाबाद में कश्मीरी छात्र कितने हैं? उनकी गतिविधि क्या हैं? मामले की गंभीरता को लेकर एनआइए ने भी पूरे घटनाक्रम को लेकर पुलिस के आला अफसरों से बातचीत की है। एसएसपी ऑफिस से गृह मंत्रालय को पूरे मामले की रिपोर्ट भेजी गई। खुफिया एजेंसी को स्थानीय पुलिस भी सहयोग कर रही है। मुसाजन के परिवार की गतिविधि भी खुफिया एजेंसी चेक कर रही है।

कॉलेज में पहले भी पाक की हिमायत कर चुका

पुलिस की जांच में सामने आया कि मुसाजन पहले भी कॉलेज के अंदर पाकिस्तान की हिमायत कर चुका है। इसलिए मुसाजन से कुछ छात्रों की नाराजगी भी थी। पुलिस का कहना है कि विवेचना में सभी पहलुओं को शामिल करने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।

दो छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

एमआइटी के दो छात्रों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज किया है। प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों को आधार बनाते हुए मुकदमे को देशद्रोह की धारा में तरमीम किया है, जिसमें और अन्य नाम भी शामिल किए हैं। पुलिस को निष्पक्ष तरीके से विवेचना के आदेश दिए हैं। ताकि कोई भी संप्रदाय आहत न हो।

जे रविन्दर गौड, एसएसपी

जुलाई में लिया था एमआइटी में प्रवेश

एमआइटी में भरे गए एडमिशन फॉर्म के अनुसार उसके पिता किसान खलील अहमद हैं। उसने जुलाई 2018 में एमआइटी में फार्मेसी में एडमिशन लिया था। अपने वाट्सएप की अपनी डीपी को सुबह 8:30 बजे अपडेट किया था।

जांच में सही पाए गए आरोप

छात्र की डिटेल निकालने के बाद उससे संबंधित सूचनाओं की जांच की गई। कालेज की जांच में पाकिस्तान जिंदाबाद लिखने की उसकी हरकत सही पाई गई है। इस कृत्य के लिए उसे कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया है।

डॉ भानु प्रताप सिंह, निदेशक, एमआइटी

छात्र का व्यवहार सामान्य था

छात्र का व्यवहार सामान्य था। बातों से नहीं लगता था कि वह इस प्रकार की हरकत कर सकता है। उसने ऐसा करके सबको शर्मसार किया है। पुलिस उसके खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी।

सुधांशु रंजन स्वाईं

-प्राचार्य, कॉलेज ऑफ फार्मेसी एमआइटी  


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