डेंगू की गिरफ्त में जिला, स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में सभी स्वस्थ Mordabad news
स्वास्थ्य सेवाओं के हालात बद से बदतर हैं। सेहत महकमा डेंगू के डंक को रोक नहीं पा रहा है। हालात इतने खराब हैं कि हर दिन दर्जनों लोगों में डेंगू की पुष्टि हो रही है!
मुरादाबाद : स्वास्थ्य सेवाओं के हालात बद से बदतर हैं। सेहत महकमा डेंगू के डंक को रोक नहीं पा रहा है। हालात इतने खराब हैं कि हर दिन दर्जनों लोगों में डेंगू की पुष्टि हो रही है और अधिकारी उन आंकड़ों को झुठलाने में लगे हुए हैं। मंगलवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण तथा शिशु कल्याण विभाग मंत्री जय प्रताप सिंह स्वास्थ्य सेवाओं को देखेंगे, इसके लिए आंकड़े तैयार कर लिए गए है। मंत्री जी, हकीकत फाइल के आंकड़ों में नहीं बल्कि औचक निरीक्षण में दिखाई देगी। पहले से तयशुदा स्वास्थ्य केंद्रों में तो देर रात तक व्यवस्था कर दी गई लेकिन, अन्य केंद्रों पर भी नजर डालियेगा। स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत सामने आ जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के मुताबिक अब 297 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है, जबकि हालात इससे बिलकुर इतर हैं। निजी अस्पतालों में 638 से ज्यादा लोग डेंगू का उपचार करा चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग उन सभी आंकड़ों को बराबर करने में जुटा हुआ है। वहीं शहर के लाकड़ी फाजलपुर में 25 लोगों में निजी पैथलैब ने डेंगू की पुष्टि की है। 25 आशंकित की जांच कराई गई है। डेंगू के प्रकोप से दहशत फैली हुई है।
डेंगू और वायरल फीवर ही नहीं डेंगू ने भी पैर पसार लिए हैं। डेंगू के डंक का शिकार हुए लोग दहशत में हैं। शहर के लाकड़ी फाजलपुर में डेंगू के प्रकोप की वजह से लोग दहशत में हैं।
लाकड़ी फाजलपुर गांव में चमन सिंह पुत्र बेनीराम, सुमन पत्नी मित्रपाल, ओमवती पत्नी ओमप्रकाश, अमित कुमार पुत्र चंद्र प्रकाश, शम्मी भटनागर पुत्र राज बहादुर, राजबाला पुत्री रामफल, रामफल पुत्र बुद्धा सिंह, बब्लू पुत्र परम सिंह, शाहिद पुत्र जाहिद, अजय कुमार पुत्र बांके, रेनू देवी पुत्र ऋषिपाल सिंह, चंद्रप्रकाश पुत्र भूकन, विजेंद्र सिंह पुत्र नन्हे, रामचरन सिंह पुत्र पूसा, धर्मपाल पुत्र गोधा, अफजल पुत्र अलाउद्दीन, सरफराज पुत्र इल्यास, नन्ही पत्नी कलुआ, इफ्तेखार पुत्र मुख्तयार, आसिम पुत्र रहीस उद्दीन, तालीम जहां पत्नी शम्सुद्दीन, अंश पुत्र रमेश, लेखी पुत्र बांकेलाल, धर्मपाल पुत्र किशनलाल, शारदा पत्नी किशनलाल में निजी पैथलैब से डेंगू की पुष्टि के बाद निजी अस्पतालों में इलाज हो रहा है। गांव के 25 अन्य लोगों को बुखार है। उन सभी को डेंगू आशांकित मानकर एलायजा टेस्ट कराया जा रहा है। पार्षद कपिल देव का कहना है स्वास्थ्य विभाग को भी जानकारी दी गई लेकिन, कोई सुनने और देखने वाला नही हैं।