रेल मंडल को मिलेगा हाई स्पीड अमेरिकी डीजल इंजन
मुरादाबाद : मुरादाबाद रेल मंडल को हाई स्पीड अमेरिकी डीजल इंजन मिलने वाला है। अमेरिका से पहला इंजन 17
मुरादाबाद : मुरादाबाद रेल मंडल को हाई स्पीड अमेरिकी डीजल इंजन मिलने वाला है। अमेरिका से पहला इंजन 17 नवंबर को पहुंच जाएगा। इस इंजन के जरिए 80 बोगी की मालगाड़ी को भी हाई स्पीड से चलाया जा सकेगा।
मंडल रेल प्रबंधक अजय कुमार सिंघल ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि अमेरिका की जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी ने भारतीय रेलवे को आधुनिक इंजन देने के लिए करार किया है। पांच सौ डीजल इंजन की मरम्मत और रख-रखाव के लिए अमेरिकी कंपनी शाहजहांपुर-रोजा के बीच शेड तैयार कर रही है। इसके लिए रेलवे ने जमीन उपलब्ध कराई है। अमेरिकी कंपनी साढ़े चार हजार हार्स पावर (एचपी) और छह हजार एचपी क्षमता वाला डीजल इंजन देगी। वर्तमान में भारतीय रेल की ओर से 2600 और चार हजार एचपी क्षमता वाले डीजल इंजन तैयार किए जाते हैं। अमेरिकी कंपनी के इंजन में कई प्रकार की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस इंजन से 80 बोगी वाली मालगाड़ी को तेज गति से चलाया जा सकता है। इससे डीजल की खपत भी कम होगी। इसके अलावा प्रदूषण भी कम होगा। पहाड़ आदि स्थानों पर चढ़ाई की स्थिति में इस इंजन का इस्तेमाल किया सकता है। इसमें कई इंजन लगाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। कयास है कि बद्रीनाथ और केदारनाथ जाने वाली ट्रेनों में यह इंजन लगाया जा सकता है।
अमेरिकी कंपनी की ओर से पहला इंजन 19 नवंबर को गुजरात बंदरगाह पर पहुंच जाएगा। इसके बाद इसे शाहजहांपुर लोकोशेड में लाया जाएगा। यहां से इसे मुरादाबाद रेल मंडल को सौंप दिया जाएगा। वर्तमान में कुछ इंजन तो अमेरिका से तैयार होकर आएंगे, बाद में बिहार के महोरवा (पटना के पास) इंजन फैक्ट्री में इस इंजन का निर्माण किया जाएगा। नौ साल तक लोकोशेड का रख-रखाव अमेरिकी कंपनी द्वारा किया जाएगा। इसके बाद इसे मुरादाबाद रेल मंडल को सौंप दिया जाएगा। यह इंजन फ्रेट कॉरीडोर में मालगाड़ी को चलाने में लगाया जाएगा। क्योंकि इसमें लंबी मालगाड़ियों को चलाया जाएगा। कम खर्च और कम समय में मालगाडि़यों को लंबी दूरी तक चलाने की योजना है।
डीआरएम ने कहा कि दिसंबर से यह लोकोशेड पूरी तरह से काम करना शुरू कर देगा। यहां से मांग के अनुरूप इंजन देश के अन्य स्थानों को उपलब्ध कराया जाएगा।