मदनापुर की प्रधान 1.56 लाख रुपये गबन की दोषी
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद: गांव खुले में शौचमुक्त बने भी तो कैसे? प्रधान व सचिव ही शौचालयों के नि
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद:
गांव खुले में शौचमुक्त बने भी तो कैसे? प्रधान व सचिव ही शौचालयों के निर्माण में अनियमितताएं बरत रहे हैं। ब्लाक मूंढापांडे की ग्राम पंचायत मदनापुर में तो शौचालयों का निर्माण कराए बिना ही प्रधान व तत्कालीन सचिव ने 1.56 लाख रुपये का गबन कर लिया। डीएम राकेश कुमार सिंह ने दोनों से राशि की वसूली करने की चेतावनी दी है। नोटिस जारी कर एक सप्ताह में जवाब देने के निर्देश दिए हैं।
ग्राम पंचायत में शौचालयों का निर्माण न कराने, लाभार्थियों से अवैध वसूली करने व निर्माण कार्य अधूरा छोड़ने की शिकायत महमूद, राहतजान, अब्दुल वारिस, मुहम्मद अली ने की थी। जिसकी जांच डीपीआरओ को सौंपी गई। जांच मेंप्रधान व तत्कालीन सचिव को अनियमितताएं बरतने का दोषी पाया गया। पर्दाफाश हुआ कि कई ऐसे लोगों के शौचालय भी बनवा दिए गए जो गांव में नहीं रहते। गुलाम मुहम्मद, ताजुद्दीन व कृपाल ने शौचालयों का निर्माण स्वयं कराया लेकिन प्रधान व सचिव ने 36 हजार रुपये गबन कर लिए। छोटे, मुहम्मद रफी, सिराज व सरवरी पत्नी जुम्मा, नईम, नदीम, अलीशेर, अमीन, लाल मुहम्मद, मारूफ, ताजीम, राहत जाने व नाजिर के शौचालयों भी नहीं मिले। डीपीआरओ की जांच आख्या के मुताबिक प्रधान व सचिव को 1.56 लाख रुपये गबन का दोषी पाया गया है।
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जवाब न देने पर कार्रवाई-
डीएम ने प्रधान व तत्कालीन सचिव का जवाब तलब किया है। समय रहते जवाब न देने पर ग्राम पंचायत में तीन सदस्यीय समिति गठित करने की चेतावनी दी है।
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जांच सौंपी-
जिलाधिकारी ने ब्लाक डिलारी की ग्राम पंचायत गुतावली में सार्वजनिक स्थान पर सोलर लाइटें न लगाने की जांच एसपीओ नेडा को सौंपी है। उनसे सात दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है।