Move to Jagran APP

देवराज की हत्या में छह के खिलाफ रिपोर्ट

मुरादाबाद : पीलतबस्ती में सरेशाम गैंगस्टर की हत्या में छह लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Jul 2017 02:03 AM (IST)Updated: Thu, 20 Jul 2017 02:03 AM (IST)
देवराज की हत्या में छह के खिलाफ रिपोर्ट
देवराज की हत्या में छह के खिलाफ रिपोर्ट

मुरादाबाद :

loksabha election banner

पीलतबस्ती में सरेशाम गैंगस्टर की हत्या में छह लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई हैं। हत्या की वजह पुरानी रंजिश बताई जा रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम लगाई गई हैं।

मंगलवार को सरेशाम पीतलबस्ती में रोड किनारे देवराज सिंह के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। देर रात मृतक की पत्नी मनीषा की ओर से तहरीर दी गई। जिसमें छह लोगों को हत्या करने और हत्या की साजिश करने में आरोपी बनाया गया है। पत्नी मनीषा ने बताया देवराज पुराने कामों को छोड़कर नए सिरे जिंदगी की शुरुआत की थी। लेकिन पुरानी चली आ रही रंजिश में बदला लेने की नीयत से उसकी हत्या की साजिश रची गई। हत्या करने के लिए बदमाश उसके पीछे लग गए। मंगलवार को मौका पाते ही सरेशाम उसके सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। मनीषा की तहरीर पर संजीव निवासी मुहल्ला गोविन्दनगर, कुन्दन, राहुल कलुआ, कृष्णा निवासीगण कंजरीसराय थाना कोतवाली और बबलू सैनी निवासी लाइन पार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। मनीषा का आरोप है हत्या के बाद आरोपियों ने उसे कार्रवाई नहीं करने के लिए कहा। पुलिस कार्रवाई करने पर जान से मारने की धमकी दी।

सिर में लगी थी तीन गोलियां

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार देवराज के सिर में तीन गोलियां लगी थीं। दो गोलियां सिर से पार निकल गई। जबकि एक गोली सिर में फंस गई। फंसी हुई गोली 15 बोर की थी। गोली लगने से सिर की सभी हड्डियां टूट गई और पूरा भेजा उड़ गया।

छोड़ चुका था पुरानी दुनिया

देवराज का आपराधिक इतिहास रहा है। वह हत्या, हत्या के प्रयास और गैंगस्टर में जेल जा चुका है। कंजरी सराय में रहते हुए अपराध की दुनिया में कुख्यात रहा। जिसके चलते उसके कई दुश्मन भी बने। पिछले साल उसने मनीषा के साथ शादी कर ली और पुरानी दुनिया छोड़कर नए सिरे से जिंदगी जी रहा था। इसके लिए ही उसने कंजरी सराय में मकान छोड़कर पीतलबस्ती के मुहल्ला सूरजनगर में रहने लगा था। बताया जा रहा है कि वह एक्सपोर्ट फर्म में काम कर रहा था।

सट्टे के कारोबार में बढ़ा रहा था कदम

पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश कर रही है। बताया जा रहा है कि करीब बीस साल पहले देवराज के भाई की हत्या कर दी गई थी। इसका बदला लेने के लिए देवराज ने 2008 में कलुआ के भतीजे की हत्या कर दी। तभी इनके बीच दुश्मनी बढ़ने लगी। इसके साथ ही देवराज ने सट्टे के कारोबार में उतर आया था। बताया जा रहा है कि पीतलबस्ती के आसपास अधिकांश संख्या में मजदूर तबके के लोग रहते हैं। इनके बीच उसने सट्टे का कारोबार शुरू करना शुरू कर दिया। पुरानी दुश्मनी और सट्टे के कारोबार में उसका बढ़ता रसूख उसके लिए जानलेवा साबित हुआ। मनीषा ने जो तहरीर दी है उसमें कलुआ और उसके साथियों के साथ जेल में बंद सट्टा कारोबार में चर्चित नाम को साजिशकर्ता बताया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.