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अंगुली से खुलेगी बाइक, रुकेगी चोरी

नीलम सिंह, मुरादाबाद हाइस्पीड के शौकीन युवा हेलमेट पहनना पसंद नहीं करते। जबकि सड़क हादसों में ज्याद

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Jun 2017 01:54 AM (IST)Updated: Sat, 24 Jun 2017 01:54 AM (IST)
अंगुली से खुलेगी बाइक, रुकेगी चोरी

नीलम सिंह, मुरादाबाद

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हाइस्पीड के शौकीन युवा हेलमेट पहनना पसंद नहीं करते। जबकि सड़क हादसों में ज्यादातर की मौत सिर में चोट लगने की वजह से होती है। इसके अलावा आए दिन बाइक चोरी की घटनाएं होती हैं। इन्हीं सब को देखते हुए मुरादाबाद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार अभियात्रिकी छात्रों ने एक प्रोजेक्ट तैयार किया है। इसको नाम दिया है टू व्हीलर एंटी थेफ्ट एंड राइडर सेफ्टी सिस्टम। इसकी खास बात यह है कि बिना अंगुली की छाप और हेलमेट लगाए बाइक स्टार्ट नहीं होगी।

सिस्टम बाइक और चालक दोनों को सुरक्षा देता है। सबसे पहले चालक बाइक में चाभी लगाता है, जिससे सारे मॉड्यूल एक्टिव हो जाते हैं। फिर बाइक के मीटर या डिस्प्ले के पास लगे फिंगरप्रिंट सेंसर पर पहले से फीड अंगुली या अंगूठे से टच करना होगा। सेंसर रीड करेगा कि बाइक चलाने वाला आदमी सही है या नहीं। इसके बाद उसको हेलमेट पहनना होगा। इसमें आइआर सेंसर (इंफ्रा रेड सेंसर) लगा होगा। सिस्टम से जुड़ा होगा। जो बताएगा कि चालक ने हेलमेट पहन लिया है। हेलमेट में ही 'एमक्यू-3' नामक एल्कोहल डिटेक्टर सेंसर भी लगा होगा। जो चालक के शराब पिए होने की जानकारी देगा। इन सेंसरों से पास होने के बाद ही बाइक स्टार्ट हो पाएगी। यदि स्टार्ट होने के बाद चालक हेलमेट उतार देता है तो बाइक भी तुरंत बंद हो जाएगी।

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एक्सेलेरोमीटर रोकेगा बाइक चोरी

बाइक को चोरी से बचाने के लिए इसके स्टैंड में एक एक्सेलेरोमीटर सेंसर लगाया गया है। जैसे ही कोई बाइक को स्टैंड से उतारेगा या स्टैंड पर खड़ा करेगा, वैसे ही बाइक पर लगे जीपीएस (ग्लोबल सिस्टम फॉर मोबाइल कम्यूनिकेशन) मॉड्यूल से वहा की लोकेशन को जीएसएम (ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम) मॉड्यूल्स की सहायता से बाइक के मालिक को एसएमएस मिलेगा। यह सब इतना गोपनीय और तेजी से होगा कि किसी को पता भी नहीं चलेगा।

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दस हजार रुपये आई है कीमत

प्रोजेक्ट को तैयार करने में समय आठ महीने और खर्चा लगभग दस हजार रुपये का आया है। विभागाध्यक्ष डॉ. फारुख हुसैन ने बताया कि बहुत सारी गाड़ियों में एक साथ मैन्यूफैक्च¨रग होगी तो कीमत घटकर पांच से छह हजार रुपये रह जाएगी।

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टीम के सदस्य

इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार अभियात्रिकी के छात्र अंचित अग्रवाल, अमन भाटिया, आकाक्षा राजपूत, अमन मिश्रा ने विभागाध्यक्ष डॉक्टर फारुख हुसैन, सहायक प्रवक्ता अमित सक्सेना के निर्देशन में प्रोजेक्ट पूरा किया है। फाउंडर चेयरमैन सुधीर गुप्ता, चेयरमैन नीरज अग्रवाल, निदेशक प्रो. ए घोष, सचिव वाइपी गुप्ता ने सफल टीम को शुभकामनाएं दी हैं।


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