तलाक-तलाक-तलाक, और नाजिया हो गई शौहर से जुदा
मुरादाबाद: तलाक-तलाक-तलाक, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और हुकूमत के बीच दरार बने इस मुद्दे में एक और
मुरादाबाद:
तलाक-तलाक-तलाक, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और हुकूमत के बीच दरार बने इस मुद्दे में एक और अध्याय जुड़ गया। जुबान से निकले तलाक के तीन अल्फाजों से शौहर-बीवी की राहें जुदा-जुदा हो गई। इन लफ्जों का इस्तेमाल कर मुशीर अहमद ने बीवी नाजिया को सदा के लिए जुदा कर दिया।
कांठ के ऊमरी कलां निवासी नाजिया पुत्री माजिद अली का मामला प्रोबेशन अधिकारी नरेश चौहान की अदालत में पति के खिलाफ विकास भवन कार्यालय में चल रहा था। उसने पति, सुसर, सास, ननद समेत ससुराल के 13 लोगों के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी। मामले की सुनवाई मंगलवार को थी। इसके लिए उसका पति नगर पंचायत सहसपुर-बिजनौर निवासी मुशीर अहमद भी आया था। दोनों पक्षों में फैसला कराने के लिए शपथ पत्र दाखिल करने को कहा गया। अचानक पति-पत्नी में एक बार फिर तकरार हो गई। इस पर मुशीर ने तीन बार तलाक कहकर नाजिया को अपने साथ रखने से इन्कार कर दिया।
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यह था मामला
नाजिया की शादी 19 दिसंबर, 2013 को मुशीर के साथ हुई थी। आरोप है कि देवर मोहिद ने उसके साथ दुष्कर्म और अप्राकृतिक यौन संबंध बनाए थे। पति से शिकायत की तो उसने उसने कुछ नहीं किया। अगस्त, 2015 में डेढ़ माह की बेटी समेत मारपीट कर घर से निकाल दिया था। साथ ही पिता से दो लाख रुपये लाने का भी दबाव बनाया। नाजिया ने पति, देवर समेत 13 लोगों के खिलाफ एसीजेएम-चतुर्थ की अदालत में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसे पांच दिसंबर, 2016 को प्रोबेशन विभाग को ट्रांसफर कर दिया गया था।
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मुशीर ने मुझे दो बार तीन-तीन तलाक दिए हैं। यह भी कहा कि तू मेरे निकाह से बाहर है। अब मुझे अपनी जान का खतरा भी है।
- नाजिया, ऊमरी कलां।
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सुनवाई के दौरान फैसले के लिए स्टांप दाखिल करने के लिए कहा गया था। कुछ देर में ही नाजिया के रोने की आवाज आई। मालूम हुआ कि मुशीर तलाक देकर चला गया।
- नरेश चौहान, जिला प्रोबेशन अधिकारी।
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मुफ्ती व उलेमाओं ने तलाक होने की बात कही है। अब शादी में दिया गया सामान वापस लाने के बारे में सोचा जा रहा है।
-साजिद व मुशाहिद हुसैन, नाजिया के चाचा।
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शौहर ने तीन बार तलाक-तलाक-तलाक कह दिया तो तलाक वाजिब हो गया। अब इद्दत करना लाजमी है।
-मुफ्ती सैयद इंतेसाब कदीरी।