सहिष्णुता और धैर्य रखने वाले ही संस्कारवान
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : आज की पीढ़ी में संस्कारों की कमी आ रही है। धैर्य रखना तो युवा पीढ़ी जैस
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : आज की पीढ़ी में संस्कारों की कमी आ रही है। धैर्य रखना तो युवा पीढ़ी जैसे भूल ही गई है। स्कूल या घर से बाहर जाते ही जरा सी बात पर मारपीट और गाली गलौज करने लगते हैं। ऐसे में धैर्य व सहिष्णुता की कमी से अच्छे संस्कार जीवन में विकसित नहीं हो सकते। धैर्य और सहिष्णुता को दिल व दिमाग में सहेजकर रखने की जरूरत है तभी हम संस्कारवान कहलाएंगे और आगे की पीढ़ी भी सहिष्णुता का मार्ग अपनाएगी, जिससे एक संस्कारमय देश का विकास भी तेजी से होगा।
यह विचार पीटीसी स्थित ग्रीन मिडोज स्कूल की प्रधानाचार्य डॉ. सीमा सिंह ने बुधवार को प्रार्थना सभा के दौरान बच्चों के समक्ष व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि देश में भ्रष्टाचार व्याप्त है, इसके पीछे भी कहीं न कहीं परिवारों की ओर से संस्कारों की कमी रही है। डॉ. सिंह ने कहा कि दैनिक जागरण पिछले छह सालों से संस्कारशाला परीक्षा आयोजित करा रहा है। यह हम सबके लिए सोचने की बात है कि देश का चौथा स्तंभ संस्कारों के लिए जागरूक कर रहा है। जागरण ने संस्कारों के प्रति जागरूक करने का जो प्लेटफार्म दिया है उससे हम सबको प्रेरणा लेने की जरूरत है।
डॉ.सीमा सिंह ने कहा कि दैनिक जागरण में निर्धारित तिथियों पर लेख प्रकाशित हो रहे हैं, जिन्हें बच्चे पढ़ेंगे तो संस्कारों की महक आएगी। इनकी कटिंग घर में चस्पा कीजिए जिससे आप भी इन्हें पढ़ेंगे और घरवाले भी अपने भीतर कमियों को दूर कर सकेंगे। प्रधानाचार्या ने दैनिक जागरण में प्रकाशित लेख से जुड़ी कुछ जानकारियां भी बच्चों को दीं। बच्चों ने जागरण संस्कारशाला की परीक्षा के लिए पंजीयन कराए हैं। उन्हें इस परीक्षा का इंतजार है। कक्षा तीन से 12वीं तक के बच्चे इस परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं। इस मौके पर रेशमा माथुर, फतेह सिंह, एके राणा, रजनी सक्सेना, मेहर शहीद खान, शिप्रा शर्मा, शालिनी, पुष्पलता समेत अन्य शिक्षक मौजूद रहे।
संस्कारशाला परीक्षा में सम्मिलित होने की होड़
दैनिक जागरण की संस्कारशाला परीक्षा में सम्मिलित होने की होड़ मची है। अब तक 64 स्कूल प्रतिभाग करने को पंजीयन करा चुके हैं। पंजीयन की संख्या 42 हजार के पार पहुंच चुकी है। मुरादाबाद, रामपुर, सम्भल, चन्दौसी, अमरोहा, गजरौला, हसनपुर, मंडी धनौरा में अब तक 42874 छात्र-छात्राओं ने संस्कारशाला की परीक्षा में प्रतिभाग करने को पंजीयन करा दिया है। इस परीक्षा के लिए दैनिक जागरण में प्रकाशित हो रहे लेख का अध्ययन करना होगा। इन लेख में ही समस्त संस्कारों का खजाना है, जो रोजमर्रा की जिंदगी पर ही आधारित है।