'बंजारा' गिरोह ने छजलैट में डाली थी डकैती
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : एसओजी तथा सीओ कांठ की टीम ने छजलैट थानाक्षेत्र के मथाना मार्ग पर स्थित
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : एसओजी तथा सीओ कांठ की टीम ने छजलैट थानाक्षेत्र के मथाना मार्ग पर स्थित कामधेनु डेयरी में हुई लाखों की डकैती का पर्दाफाश किया है। चार लोग गिरफ्तार किये हैं जिनमें दो बदमाशों के मुखबिर हैं। घटना को 'बंजारा' गिरोह के बदमाशों ने अंजाम दिया था। एसएसपी ने खुलासा करने वाली टीम को पांच हजार रुपये का इनाम दिया है। 22 अगस्त की रात छजलैट थानाक्षेत्र के मथाना की मुख्य सड़क पर स्थित पूर्व प्रधान दिनेश उर्फ बबली की कामधेनु डेयरी में एक दर्जन बदमाशों ने नरेंद्र सिंह व उनकी पत्नी को बंधक बनाकर 12 भैंस तथा दो भैंसे लूट लिए थे। पुलिस ने गिरफ्तार चार बदमाशों की निशानदेही पर चार भैंस, एक कटिया तथा दो तमंचे बरामद किए हैं। एसएसपी ने पर्दाफाश करने वाली टीम को पांच हजार रुपये का इनाम दिया है।
------------------------
इस तरह हुआ घटना का पर्दाफाश
-घटना के बाद एसएसपी नितिन तिवारी, सीओ कांठ राहुल कुमार और एसओजी की टीम ने पीड़ित परिवार से घटना की जानकारी ली। पता चला कि घटना में शामिल एक बदमाश स्थानीय भाषा बोल रहा था। जबकि दूसरा बदमाश मेरठ की भाषा बोल रहा था। कुछ साल पहले ठाकुरद्वारा में इसी तरह की घटना हुई थी, जिसमें मेरठ का गिरोह सक्रिय था। इस गिरोह के मुखबिर दारा व मदारा थे। एसओजी के उप निरीक्षक अरविंद मोहन शर्मा व शिशुपाल शर्मा ने मदारा की तलाश कर उसे हिरासत में ले लिया। मदारा मल्लपुरा गांव का रहने वाला है। मदारा से मिली जानकारी के आधार पर काले को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की। सारा मामला खुलकर सामने आ गया। दोनों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने मेरठ के सरधना थानाक्षेत्र स्थित मढियाई निवासी अब्दुल करीम उर्फ सोहनपाल तथा निजामुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया।
------------------------
इस तरह से देते थे वारदातों को अंजाम
-सरधना के मढियाई निवासी लालची ने पशु चोरों का गिरोह तैयार किया था। उसके गिरोह में अब्दुल करीम उर्फ सोहनपाल, निजामुद्दीन, इस्लामुद्दीन, यूसुफ, एजाज, इरशाद, साबिर तथा गैंडा हैं। इस घटना में मुखबिरी करनी वाले काले और मदारा हैं। लालची तथा उसके साथियों पर दर्जनों मुकदमे विभिन्न राज्यों में दर्ज हैं। काले व मदारा उसके साले हैं। गिरोह के मुखबिर बंजारा जाति के होने के कारण पशुओं की खरीद फरोख्त का दिखावा करते हुए गांव एवं डेयरियों की रेकी कर सूचनाएं संकलित कर लालची को देते थे। मुख्य सड़क के किनारे की डेयरियों को टारगेट किया जाता था। लालची बड़ी गाड़ी में पिकअप रखकर अन्य जिलों में जाता था। घटनाओं को अंजाम देने के बाद लालची अच्छे पशुओं को पैठ में बिकवा देता था जबकि कमजोर पशुओं को पशु वधशाला में चोरी छिपे काटने वालों को बेच देता था। ट्रक के टूल बॉक्स में तमंचे छिपे रहते थे। विरोध करने पर बदमाश हमला कर परिवार वालों को घायल कर देते थे।
----------------------
डेयरी में डकैती का खुलासा कर चार बदमाश गिरफ्तार किए हैं। अन्य सात फरार बदमाशों को पुलिस की टीमें तलाश कर रही हैं।
-नितिन तिवारी, एसएसपी, मुरादाबाद।