धार्मिक पोशाक सिलकर मजबूत कर रहे मजहबी दीवार
जागरण संवाददाता,मुरादाबाद : मंदिर, दरगाहों और गुरुद्वारा के लिए धार्मिक पोशाक तैयार करके दो मुस्लिम
जागरण संवाददाता,मुरादाबाद : मंदिर, दरगाहों और गुरुद्वारा के लिए धार्मिक पोशाक तैयार करके दो मुस्लिम और ¨हदू कारीगर मजहब की दीवार मजबूत कर रहे हैं। ¨हदू मुस्लिम भाइयों के हाथों का हुनर देश भर के प्रसिद्ध मंदिरों,दरगाहों व गुरुद्वारों में समा चुका है। एक ही दुकान में सभी धर्मो की पोशाक ¨हदू मुस्लिम मिलकर तैयार कर रहे हैं। यह उन लोगों के लिए सबक है जो ¨हदू मुस्लिमों को आपस में लड़ाने का काम करते हैं। गंज बाजार स्थित पंजाब ट्रंक हाउस वाली गली में चंद्रशेखर धार्मिक पोशाक सिलने के अच्छे कारीगर हैं। यह मंदिरों के अलावा दरगाहों की चादर तैयार करते हैं जबकि इनकी दुकान पर मजदूरी पर काम करने वाले कारीगर इकराम व शमशाद के हाथों से तैयार पोशाक मंदिर, गुरुद्वारा व जैन मंदिरों की शोभा बढ़ाती हैं।
चंद्र शेखर की दुकान पर इकराम पिछले 30 साल व शमशाद तीन साल से धार्मिक पोशाक सिल रहे हैं। लक्ष्मी गणेश, राधा कृष्ण, काली, दुर्गा और साई बाबा से लेकर किसी भी भगवान की पोशाक मंदिर में स्थापित प्रतिमाओं के साइज के अनुसार सिलते हैं। चंद्रशेखर ने इन दोनों कारीगरों को यह हुनर सिखाया है। मुस्लिम कारीगर हों या ¨हदू एक दूसरे के धर्म का सम्मान करते हुए शुद्धता का पूरा ख्याल भी रखते हैं और शौचालय जाने के बाद साबुन से हाथ धोकर ही पोशाक सिलने बैठते हैं। चंद्रशेखर कहते हैं कि उन्होंने मुस्लिम कारीगरों को धार्मिक पोशाक सिलना सिखाया है जो हर साइज में यह पोशाक तैयार कर लेते हैं। इनकी दुकान पर तैयार धार्मिक पोशाक विदेशों में भी जाती हैं। भारतीय मूल के लोग विदेशों से आर्डर बुक कराकर यह पोशाक मंगाते हैं।