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बयान न देने के कारण जारी होगा गैर जमानती वारंट

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : शहर के हाई प्रोफाइल चर्चित मामले की विवेचना में आरोपी अभिषेक अग्रवाल

By Edited By: Published: Wed, 10 Feb 2016 02:24 AM (IST)Updated: Wed, 10 Feb 2016 02:24 AM (IST)
बयान न देने के कारण जारी होगा गैर जमानती वारंट

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद :

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शहर के हाई प्रोफाइल चर्चित मामले की विवेचना में आरोपी अभिषेक अग्रवाल अपने ही बुने जाल में फंसता जा रहा है। पुलिस ने भी करोड़ों की ठगी के मामले में शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मंगलवार को एसएसपी ने भी बयान न देने आने पर विवेचक को गैर जमानती वारंट जारी करने के निर्देश जारी किए हैं।

आरके वेलफेयर सोसायटी फॉर गोल्डन गेट ग्लोबल स्कूल के 2.69 करोड़ की ठगी के मामले में क्राइम ब्रांच के विवेचक अनिल कुमार राघव मंगलवार सुबह प्रथमा बैंक पहुंचे। उन्होंने शाखा प्रबंधक एके गुप्ता को एक नोटिस दिया। जानकारी मांगी कि आरके वेलफेयर सोसायटी फॉर गोल्डन गेट ग्लोबल स्कूल के लिए कब और कितना लोन स्वीकृत किया गया? इस राशि को निकालने के लिए कौन अधिकृत था? लोन में से कब और कितनी राशि किस व्यक्ति के द्वारा निकाली गई? धनराशि जारी करते समय जो बिल मय वैट व सेल टैक्स के बैंक को दिए गए उनकी सत्यापित प्रतिलिपि। वर्तमान में कितनी धनराशि इस स्वीकृत लोन की शेष है? बैंक सूत्रों के मुताबिक आठ करोड़ रुपये का लोन पास किया गया था।

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आरोपी एसएसपी से मिले, लगाई न्याय की गुहार

अभिषेक अग्रवाल की मां अनीता देवी की तहरीर पर मझोला थाने में सिविल लाइंस मधुबनी निवासी आशीष मिश्रा उनकी पत्नी रश्मि मिश्रा, मधुबनी निवासी समीर अरोड़ा, कुनाल कपूर, हरीश अरोड़ा समेत छह लोगों के खिलाफ सम्पत्ति पर अवैध कब्जा करने और वाहन व जनरेटर चोरी करने की रिपोर्ट दर्ज की गई। मंगलवार को सभी आरोपी एसएसपी नितिन तिवारी से मिले और खुद को निर्दोष बताया। साथ ही मामले में जांच के बाद ही कार्रवाई की मांग की। एसएसपी ने उन्हें जांच के बाद ही कार्रवाई का आश्वासन दिया है। बताते चलें कि न्यायालय के आदेश पर दर्ज यह मामला भी दो दिन पहले क्राइम ब्रांच को स्थानांतरित हो गया। हालांकि अभी तक इस मामले की विवेचना किसी विवेचनाधिकारी ने ग्रहण नहीं की है।

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साढ़े छह लाख देने के बाद भी नहीं मिली दुकान

सिविल लाइंस स्थित मधुबनी निवासी आशीष मिश्रा और रश्मि मिश्रा ने बताया कि उनकी अभिषेक के हिस्से में फन प्वाइंट के नाम से दुकान थी। अभिषेक ने जब दुकान बेचने की बात कही तो आठ लाख रुपये में सौदा तय हो गया। आशीष व रश्मि ने साढ़े छह लाख रुपये अभिषेक को दे भी दिए थे। इसके बावजूद अभिषेक ने दुकान उनके नाम नहीं की थी। बल्कि आशीष और रश्मि के नाम रिपोर्ट भी दर्ज करा दी। मंगलवार को एसएसपी से मिलने पहुंचे आशीष और रश्मि ने उन्हें यह बात बताई।

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वकील के जरिए नोटिस जारी किया गया है, जिसमें अभिषेक को बयान देने के लिए कहा गया है। बयानों में उसे अपनी सफाई रखने का पूरा मौका दिया जाएगा। बयान देने न आने पर उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए जाएंगे।

-नितिन तिवारी, एसएसपी, मुरादाबाद।


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