12 घंटे में टोल प्लाजा को चौदह लाख की चपत
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद: बीते एक साल से दलपतपुर टोल प्लाजा के साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिक
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद:
बीते एक साल से दलपतपुर टोल प्लाजा के साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के द्वारा स्टांप ड्यूटी न देने को लेकर बहाने बाजी की जा रही थी। एनएचआई के अफसर प्रशासन के नोटिस का भी कोई जवाब नहीं देते रहे थे। आखिर प्रशासन ने टोल प्लाजा पर रविवार की आधी रात को शिकंजा कस दिया।
जिलाधिकारी जुहैर बिन सगीर ने शासन के निर्देशानुसार रविवार रात बारह बजे से टोल वसूली बंद करने का फरमान जारी कर दिया। जिसके बाद आनन-फानन में रात ग्यारह बजे ही मूढापांडे एसओ योगेश यादव ने एसएसपी नितिन तिवारी के माध्यम से मिले डीएम के फरमान को अमल में ला दिया। रविवार रात बारह बजे टोल प्लाजा के सभी दस गेटों को खोल दिया गया। इस दौरान किसी भी वाहन से एक रुपया नहीं लिया गया। रात बारह बजे से लेकर दोपहर बारह बजे तक टोल प्लाजा में वसूली बंद होने से हड़कंप मच गया। वहीं खुला गेट पाकर वाहन चालकों की चांदी हो गई। बरहाल इन बारह घंटों के दौरान टोल प्लाजा कर्मचारियों और अफसरों के साथ ही एनएचआइ के दफ्तर में खलबली मची रही। लेकिन जिला प्रशासन बिना अनुबंध पत्र दिखाए किसी भी प्रकार की रियायत देने की मूड में नहीं था। सोमवार को टोल प्लाजा और एनएचआइ के अफसरों ने जिलाधिकारी के कार्यालय में पहुंचकर अनुबंध पत्र सौंपा। उसके बाद जिलाधिकारी ने टोल प्लाजा में वसूली के आदेश जारी किये। जिसके बाद अफसरों और कर्मचारियों ने चैन की सांस ली।
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चौदह लाख रुपये का हुआ नुकसान
-टोल प्लाजा में करीब बारह घंटों तक वसूली नहीं हुई। इस कारण से सैकड़ों वाहन बिना टोल दिए प्लाजा से गुजरते रहे। अफसरों ने बताया कि बीते बारह घंटों में उन्हें लगभग चौदह लाख रुपये का अनुमानित नुकसान हुआ है।
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पांच सौ पन्नों के अनुबंध को पढ़ेंगे दो अफसर
-एनएचआई के अफसरों ने टोल प्लाजा और सरकार के बीच हुए अनुबंध को जिलाधिकारी को सौंप दिया। पांच सौ पन्ने के इस अनुबंध को पढ़ने के लिए जिलाधिकारी ने दो अफसरों की एक समिति का गठन किया है। जिसमें एआइजी स्टांप के साथ ही एडीएम वित्त को अनुबंध पढ़ने के साथ ही जल्द रिपोर्ट सौंपने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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वर्जन--
टोल प्लाजा से स्टांप ड्यूटी देने को लेकर अनुबंध पत्र दिखाने के लिए कहा गया था। इस संबंध में दो से तीन नोटिस भी जारी किए जा चुके थे। लेकिन कोई जवाब न मिलने पर शासन के निर्देशानुसार टोल वसूली को बंद करने के आदेश दिए गए थे। अनुबंध पत्र मिलने के बाद वसूली के आदेश जारी कर दिए गए थे।
-जुहैर बिन सगीर,जिलाधिकारी।
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वर्जन---
अनुबंध पत्र के मामले को लेकर प्रशासनिक स्तर पर टोल वसूली बंद करने के आदेश दिए गए थे। जिसका पालन किया गया। सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय में अनुबंध पत्र देने के बाद वसूली के आदेश जारी कर दिए गए थे।
-अनिल कुमार शर्मा, महाप्रबंधक,टोल प्लाजा।