खामी मिलने पर पड़ी फटकार
-प्रधानाचार्य से स्पष्टीकरण मांगा जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : इंटर कालेजों व्यवस्था भगवान भरोसे ह
-प्रधानाचार्य से स्पष्टीकरण मांगा
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : इंटर कालेजों व्यवस्था भगवान भरोसे ही चल रही है। कागजों में सत्तर फीसद तक कोर्स पूरा करने का दावा करने वाले अधिकतर कालेजों की पोल मौके पर निरीक्षण के दौरान खुल रही है। कहीं प्रयोगात्मक लैब महीनों से नहीं खुला तो कहीं नामांकित छात्रों के मुकाबले उपस्थिति दस फीसद भी नहीं है। डीआइओएस डॉ. आइपीएस सोलंकी ने जब केजीके इंटर कालेज का निरीक्षण किया तो यही सब सामने आया। क्लास रूम के साथ पूरे परिसर में गंदगी थी। बताया गया कि लिंटर खुला है। फिर सवाल हुआ लिंटर अपने साथ कागज, पालीथिन तो नहीं लाएगा। फिर सब खामोश। यहां निरीक्षण 1.30 बजे था और तकरीबन सारे अध्यापक जा चुके थे। जबकि स्कूल समय 2.40 बजे तक का था। बताया गया कि तैनात कुल 31 अध्यापकों में से 13 की चुनाव ड्यूटी है। रसायन विज्ञान लैब का ताला खुला तो यहां परखनली पर जाला लगा था। ऐसा लग रहा था कि महीनों से इनका इस्तेमाल ही नहीं किया गया। इस पर रसायन विज्ञान के दो तथा भौतिक विज्ञान के दो शिक्षकों का वेतन डीआइओएस ने रोक दिया। प्रधानाचार्य से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। इसके पहले मझोला स्थित गोविंद बल्लभ पंत इंटर कालेज का निरीक्षण किया तो यहां छात्रों की संख्या नगण्य थी। नामांकित 150 सौ थे, लेकिन उपस्थिति बीस की भी नहीं थी। इन्हें चेतावनी देते हुए तय समय में कोर्स पूरा करने का निर्देश डीआइओएस ने दिया। उन्होंने कहा कि 21 दिसंबर से प्रयोगात्मक परीक्षाएं शुरू हो रही हैं और इसमें लापरवाही ठीक नहीं है। कोर्स हर हाल में पूरा कराएं।
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इनसेट बाक्स...
अस्सी फीसद स्कूलों ने ठीक कराया मास्टर डाटाबेस
मुरादाबाद : दशमोत्तर की छात्रवृत्ति के मास्टर डाटा बेस को सही कराने में लापरवाही बरतने वाले 28 स्कूलों में से तकरीबन 19 ने शुक्रवार को इसे सही करा लिया। इस आशय की खबर दैनिक जागरण में 27 नवंबर को प्रकाशित होने के बाद हरकत में विभाग भी आया और स्कूल प्रबंधतंत्र भी। डीआइओएस ने बताया कि जो नौ स्कूल बचे हैं उन्हें एक दिन का समय दिया गया है।