'माल' ने रोकी 'गाड़ी' की चाल
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद घाटे वाली पैसेंजर ट्रेनें सप्ताह में दो दिन नहीं चलेंगी, उनके स्थान पर
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद
घाटे वाली पैसेंजर ट्रेनें सप्ताह में दो दिन नहीं चलेंगी, उनके स्थान पर मालगाड़ियों को चलाया जाएगा। गार्ड व चालकों की कमी के मद्देनजर ऐसा किया जा रहा है। रेलवे की आय प्रभावित न हो, इसके लिए मालगाड़ियों को लगातार चलाने की व्यवस्था की जा रही है।
ट्रेन दुर्घटनाओं के बढ़ने के बाद रेलवे संरक्षा के नियमों का कड़ाई से पालन शुरू हो गया है। उत्तर रेलवे में चालक व गार्ड के दो हजार से अधिक पद रिक्त हैं। इसके बाद भी पूजा स्पेशल लगातार चलाई जा रही है। इससे गार्ड की काफी कमी हो गई है। रेलवे की 60 प्रतिशत आय माल ढुलाई से होती है। ऐसी स्थिति में चालकों से लगातार ट्रेनें व मालगाड़ियां चलवाई जा रही थीं। कई मालगाड़ियां बिना गार्ड के चलाई जा रही थीं तो कुछ में गार्ड के स्थान पर टोकन पोर्टर व बाक्स पोर्टर भेजे जा रहे थे। हाल के दिनों में मुरादाबाद रेल मंडल समेत उत्तर रेलवे के सभी रेल मंडलों में एक के बाद एक ट्रेन दुर्घटनाएं हुई जिनमें सभी में मानवीय भूल को ही मुख्य कारण पाया गया। इस मामले को लेकर रेलवे बोर्ड काफी सख्त है। संरक्षा के नियमों का किसी भी हालत में उल्लंघन नहीं करने का आदेश जारी किया गया है। इस नियम के बाद गार्ड व चालकों की संख्या कम होना शुरू हो गई है जिससे मालगाड़ियों का संचालन बाधित होने लगा है। इससे रेलवे की आय भी प्रभावित हो रही है। अब अधिकारियों ने मालगाड़ियों का संचालन जारी रखने के लिए शनिवार व रविवार को पैसेंजर ट्रेनें नहीं चलाने का फैसला लिया है। पैसेंजर ट्रेनों के गार्ड व चालकों से मालगाड़ी चलवाई जाएंगी। पिछले दिनों मुरादाबाद रेल मंडल की दस जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों को दो दिन के लिए निरस्त किया जा चुका है। अब फिर से इन्हें निरस्त करने की तैयारी की जा रही है।
ट्रेन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रेल प्रशासन काफी गंभीर है। अधिकारी लगातार निरीक्षण भी कर रहे हैं। गार्ड व चालकों की कमी है। ऐसी हालत में अप्रचलित पैसेंजर ट्रेनों को आंशिक रूप से निरस्त किया जाता है।
नीरज शर्मा
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी
उत्तर रेलवे