नर्स के बेटे ने उकसाया था इंस्पेक्टर पर हमले के लिए
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद: मुरादाबाद क्लब के बाद लूट के आरोपियों को दबोचने के दौरान गिरकर घायल हुए
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद: मुरादाबाद क्लब के बाद लूट के आरोपियों को दबोचने के दौरान गिरकर घायल हुए सिविल लाइंस इंस्पेक्टर के मामले की विवेचना में नया मोड़ आया है। विवेचना में यह बात उजागर हुई है कि वह गिरकर नहीं बल्कि नर्स के बेटे उकसावे में आकर उसके साथी के हमले में घायल हुए थे। इसके बाद दोनो आरोपियों पर धारा 307 और बढ़ा दी गई है। प्रभारी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने आरोपी की जमानत खारिज कर दी।
नौ नवंबर को पर्स छीनकर भाग रहे लूट के आरोपियों को पकड़ने के दौरान इंस्पेक्टर जख्मी हो गए थे। मंगलवार को इस प्रकरण में नया मोड़ आ गया। विवेचना कर रहे उपनिरीक्षक सुरेश सिंह ने बताया कि आशीष ने साथी के साथ युवती से छेड़छाड़ के बाद पर्स छीनने का प्रयास किया। पुलिस ने पीछा किया तो पुलिस कर्मियों से मारपीट की और जान से मारने की नीयत से इंस्पेक्टर का मुंह अरुण मैसी ने सड़क पर पटक दिया था। हमले के लिए आशीष ने उकसाया था। विवेचक ने मंगलवार को यह रिपोर्ट मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में सुनवाई के दौरान पेश की। इसी आधार पर आरोपी आशीष की प्रभारी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने जमानत खारिज कर दी।