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भ्रष्टाचार मिटाने को विद्युत मोर्चा की परिवर्तन यात्रा

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन की परिवर्तन यात्रा बलिया से शुरू होकर बुध

By Edited By: Published: Thu, 08 Oct 2015 02:10 AM (IST)Updated: Thu, 08 Oct 2015 02:10 AM (IST)
भ्रष्टाचार मिटाने को विद्युत मोर्चा की परिवर्तन यात्रा

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन की परिवर्तन यात्रा बलिया से शुरू होकर बुधवार को मुरादाबाद पहुंची। यात्रा के साथ चल रहे प्रदेश अध्यक्ष चंद्र प्रकाश अवस्थी का जोरदार स्वागत संगठन की जिला इकाई के पदाधिकारियों ने किया।

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यह यात्रा 29 सितंबर को बलिया से शुरू होकर आजमगढ़, मिर्जापुर, इलाहाबाद, अयोध्या, लखनऊ, बरेली होते हुए बुधवार को मुरादाबाद पहुंची। यहां से दिल्ली के लिए रथ यात्रा गुरूवार को प्रस्थान करेगी। रथ यात्रा का उद्देश्य बिजली विभाग समेत सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने, बिजली उत्पादन बढ़ाकर 2016 तक 2500 मेगावाट प्रतिदिन करने, किसानों को निशुल्क बिजली दिलाने, वर्ष 2000 या 2005 के पश्चात नियुक्त कर्मचारियों का जीपीएफ काटकर पेंशन का अधिकार देने, महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने, विद्युत संविदा कर्मचारियों को स्थाई रूप से नियुक्त करने, पांच एकड़ तक जमीन वाले किसान के एक आश्रित को सरकारी सेवा में लेने समेत कई मांगों को लेकर परिवर्तन यात्रा निकाली जा रही है। यह यात्रा 11 अक्टूबर को दिल्ली पहुंचेगी, जहां केंद्रीय नेतृत्व में जंतर मंतर पर धरना दिया जाएगा। स्वागत करने वालों में कमल कांत शर्मा, बीडी शर्मा, एससी श्रोत्रिय, अजीत शर्म, जितेंद्र गौड़, संजय चत्रा, मनोज भारद्वाज, आरए शर्मा, आरडी पाठक समेत अन्य लोग मौजूद थे।

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भ्रष्टाचार ने बढ़ाई बेरोजगारी

मुरादाबाद, जासं: शिक्षा रोजगार से जुड़ चुकी है। लेकिन युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। इसका कारण बिजली उत्पादन में कमी और भ्रष्टाचार है। बिना बिजली के उद्योग नहीं लगने से युवाओं के सामने रोजगार का संकट बढ़ गया है। यह बात विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष चंद्र प्रकाश अवस्थी ने परिवर्तन यात्रा के मुरादाबाद पहुंचने पर प्रेसवार्ता में कही। उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई जीतनी है, ताकि 24 घंटे बिजली मिले। प्रति वर्ष 7000 करोड़ रुपये की बिजली चोरी और 3000 करोड़ रुपये की कमीशनखोरी मिलाकर 1000 करोड़ रुपये का घाटा हो रहा है। इस पर अंकुश लगेगा तो बिजली उत्पादन बढ़ेगा और नए उद्योग लगेंगे तो रोजगार भी मिलेगा।


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