और गर्मजोशी से झूम उठे थे छात्र
मुरादाबाद : भारत के मिसाइल मैन एवं पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निधन की खबर सुनते ही शहर के
मुरादाबाद : भारत के मिसाइल मैन एवं पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निधन की खबर सुनते ही शहर के लोग भी अवाक रह गए। शिक्षा जगत उनके निधन से काफी आहत हुआ है। एपीजे अब्दुल कलाम की यादें मुरादाबाद से जुड़ी हैं। तीन साल पूर्व 21 मई 2012 का दिन मुरादाबाद के लिए खास था। इस दिन दिल्ली रोड स्थित तीर्थकर महावीर यूनिवर्सिटी (टीएमयू) के दीक्षांत समारोह में कलाम बतौर मुख्य अतिथि आए थे और अपने हाथों से मेडिकल से लेकर इंजीनिय¨रग व अन्य विद्यार्थियों को डिग्री बांटी थीं। अतीत में झांके तो उन्होंने टीएमयू में अपने भाषण की शुरुआत 'फ्लाइंग फ्लाइंग फ्लाइंग..' शब्दों से करते हुआ कहा था कि हमेशा ऊंचे सपने देखो और ऊंची उड़ान उड़ो। उनका भाषण सुनकर गर्मजोशी से झूम उठे थे मुरादाबाद के छात्र। अब उनके निधन के बाद मुरादाबाद आगमन की केवल यादें ही रह गई हैं।
टीवी स्क्रीन पर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निधन की खबर फ्लैश होते ही सोशल मीडिया पर भी शोक संदेशों की लहर दौड़ गई। टीएमयू में दीक्षांत समारोह के बाद अब्दुल कलाम रामपुर भी गए थे, वहा से लौटने के बाद सीएल गुप्ता आई इंस्टीट्यूट में भी उन्होंने आंखों पर अपना विशेष संबोधन दिया था। फिर इसके बाद एमआइटी में भी विद्यार्थियों में एक वैज्ञानिक सोच की अलख जगाई थी। कालेज में छात्रों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में कई मॉडल की प्रशंसा की थी।
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ढाबे पर भरी थी चाय की चुस्की
टीएमयू में दीक्षांत समारोह से हिस्सा लेने के बाद कलाम रामपुर रजा लाइब्रेरी गए थे। वहां से वापसी में मूढापांडे के पास अपनी कार रुकवाकर करीब 20 मिनट रुके थे, यहां उन्होंने चाय की चुस्की भी ली थी। एक आम आदमी की तरह वह सड़क पर बिछी कुर्सी पर बैठ गए थे। तब लग रहा था कि ये कोई वीवीआइपी नहीं, आम आदमी होंगे, पर पहचानने वालों ने अब्दुल कलाम को पहचान लिया था और जब तक वह चाय की चुस्की लेने के बाद रवाना नहीं हुए लोग उन्हें टकटकी लगाकर देखते रहे।