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व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में टैक्स की हेराफेरी का खुलासा

मुरादाबाद : बुधवार को नगर निगम के राजस्व कर्मियों का भंडाफोड़ हो गया। नगर आयुक्त संजय कुमार सिंह ने औ

By Edited By: Published: Thu, 02 Jul 2015 02:28 AM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2015 02:28 AM (IST)

मुरादाबाद : बुधवार को नगर निगम के राजस्व कर्मियों का भंडाफोड़ हो गया। नगर आयुक्त संजय कुमार सिंह ने औचक निरीक्षण करके राजस्व कर्मियों व होटल स्वामियों की सांठगाठ के चलते लाखों रुपये कम व्यावसायिक टैक्स वसूलने का मामला पकड़ा है। मंगलवार को दैनिक जागरण में 'यारी में चौपट निगम की वसूली' खबर प्रकाशित हुई थी। इसका संज्ञान लेकर नगर आयुक्त संजय कुमार सिंह ने औचक निरीक्षण करके दिल्ली रोड स्थित दो प्रतिष्ठित होटलों में लाखों रुपये कम टैक्स वसूलने के खेल को पकड़ा। नगर आयुक्त संजय कुमार सिंह ने कम टैक्स वसूली पर दो कर अधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा है। कांठ रोड पर भी व्यावसायिक भवनों के निरीक्षण में ज्वैलरी, कपड़े, जूते, खानपीन आदि के शोरूम में भी कम टैक्स वसूलने का खेल पकड़ में आया। जितने एरिया में होटल बने हैं। उस हिसाब से आधा भी टैक्स नहीं वसूला जा रहा है। दिल्ली रोड पर स्थित होटल पर एक साल का टैक्स 2,79,228 रुपये बनता है। कर अधीक्षक द्वारा कुल 75,872 रुपये ही वसूला जा रहा था। मानसरोवर कालोनी में स्थिति होटल से 3200 वर्ग फिट के हिसाब से व्यावसायिक टैक्स जमा किया जा रहा है जबकि मौके पर 5000 से 5500 वर्ग मीटर में होटल मिला। निगम 2.86 लाख रुपये प्रति वर्ष टैक्स वसूल रहा है, जबकि असल में टैक्स कई गुना हो सकता है। बड़े होटल, प्रतिष्ठान एवं शोरूम से राजस्व विभाग की मिलीभगत का खुलासा होने के बाद आयुक्त ने इन सभी होटलों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का दुबारा एसेसमेंट करने के आदेश दिए हैं। नगर आयुक्त ने कर अधीक्षक के साथ एक-एक अवर अभियंताओं को भी एसेसमेंट के दौरान रहने के निर्देश दिए हैं। रोजाना दस-दस बड़े व्यावसायिक भवनों का दोबारा सत्यापन नगर निगम की टीमें करेंगी। इसके लिए क्रमांक, भवन स्वामी का नाम, भूखंड का क्षेत्रफल, निर्मित भवन की स्थिति, टैक्स देयक व जो वर्तमान में टैक्स लेने का सत्यापन होगा। सत्यापन के बाद अगर क्षेत्रफल व भवन जितने मंजिल बना है। इस हिसाब से टैक्स जमा नहीं किया गया तो कोर्ट में मामला भेजा जाएगा। निर्धारित टैक्स से कम कितने सालों से वसूला जा रहा है। इसकी गणना करके पाई पाई नगर निगम वसूल करेगा।

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::इनसेट::

लगातार पिछड़ रही थी वसूली

शासन ने राज्य वित्त आयोग की निधि आधी कर दी है, जिससे नगर निगम के विकास कार्य रुक गए हैं। अब नगर निगम प्रशासन ने अपने आय के स्रोतों में गड़बड़ी को खंगालना शुरू कर दिया है।

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होटलों व अन्य व्यावसायिक भवनों के निरीक्षण में कम टैक्स वसूले जाने का मामला पकड़ा है। इनका दोबारा एसेसमेंट कराया जाएगा। उसी हिसाब से टैक्स वसूला जाएगा। इस मामले में दो कर अधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा है।

संजय कुमार सिंह, नगर आयुक्त


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