भक्ति के लिए व्यक्ति का सहज भाव जरूरी : प्रेम भूषण
मुरादाबाद । जो दुनिया का मालिक है, नाम उसी का लिया करो..। इस भजन के साथ प्रेम भूषण महाराज ने श्रीराम
मुरादाबाद । जो दुनिया का मालिक है, नाम उसी का लिया करो..। इस भजन के साथ प्रेम भूषण महाराज ने श्रीराम कथा की महत्ता का वर्णन किया।
कंपनी बाग स्थित जिगर मंच पर चल रही श्रीराम कथा के पांचवें दिन गुरुवार को भगवान राम के मर्यादा पुरुषोत्तम चरित्र का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि भक्ति के लिए व्यक्ति का सहज भाव में होना जरूरी है। यह प्रपंच से नहीं बनती है। इसके लिए उन्होंने कई उदाहरण भी दिए। वैभव होने पर भी जो मुक्त रहता है भगवान भी उसी पर ही प्रसन्न रहते हैं। ऐसे में हमें मायाजाल में नहीं फंसना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमें हमेशा सत्य का अनुसरण करना चाहिए। सत्य कभी पराजित नहीं होता है। इसका उदाहरण श्रीराम हैं। उन्होंने हमेशा सत्य का ही अनुसरण किया। रामकथा में अहिल्या उद्धार, पुष्प वाटिका, धनुष यज्ञ का वर्णन किया। इस दौरान संरक्षक विजय मोहन अग्रवाल, उपाध्यक्ष महावीर प्रसाद अग्रवाल, अनिल कुमार गुप्त, सुरेंद्र कुमार अग्रवाल आदि मौजूद रहे।