मंडल में सम्भल ही सर्वाधिक प्रभावित
मुरादाबाद। मंडल में बरसात न होने से सर्वाधिक नुकसान सम्भल में हुआ है। पांचों जिलों के 972 में अकेले इसी जिले के 923 गांवों में सूखे जैसे हालात हैं। मंडल में सूखे से प्रभावित 52467 हेक्टेअर भूमि में सम्भल जिले की 44099 हेक्टेअर फसल को नुकसान हुआ है। कमिश्नर शिवशंकर सिंह ने सोमवार शाम इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी।
कमिश्नर श्री सिंह ने सोमवार को मंडल के पांच जिले बिजनौर, सम्भल, रामपुर, मुरादाबाद व अमरोहा के जिलाधिकारियों से बरसात न होने से प्रभावित होने वाले क्षेत्र की रिपोर्ट तलब की। शाम को इसका आकलन कर शासन को रिपोर्ट भेजी गई। कमिश्नर ने बताया कि किसानों को राहत दिलाने के लिए शासन से 35.88 करोड़ रुपये की सिंचाई व पेयजल योजनाओं के लिए मांग की गई है। कुल 112 करोड़ रुपये का नुकसान का अनुमान है। उन्होंने बताया कि बरसात न होने से 15 गांव अमरोहा में प्रभावित हुए हैं, बाकी तीनों जिलों में दस से कम गांव प्रभावित हैं।
इतनी हुई बरसात
-रामपुर में 302 मिमी, सम्भल में 216 , अमरोहा में 287 , बिजनौर में 499 व मुरादाबाद में 454 मिमी बरसात हुई है। अब तक मंडल में औसत छह सौ मिमी बरसात होनी चाहिए थी।
गन्ना भुगतान की मांग
कमिश्नर ने शासन स्तर से गन्ना भुगतान की मांग की हैं। उनके मुताबिक मंडल के किसानों को 647 करोड़ रुपये गन्ने का चीनी मिलों पर बकाया है। उनका मानना है कि गन्ने का भुगतान मिलने पर किसानों को राहत मिलेगी।
50 फीसद नुकसान पर सूखाग्रस्त
मुरादाबाद: कमिश्नर शिवशंकर सिंह के मुताबिक 50 फीसद फसल का नुकसान होने पर जिला सूखाग्रस्त घोषित होता है। मंडल में सर्वाधिक नुकसान सम्भल में हुआ है। इलाके को सूखाग्रस्त शासन स्तर से ही घोषित किया जा सकता है।