बिजली ने छीना रात-दिन का सुकून
मुरादाबाद : बिजली कटौती से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। अब तो हालात ये हैं कि अघोषित व लोकल कटौती के बीच एक घंटे भी निर्बाध आपूर्ति नहीं मिल रही है। बिजली विभाग के अफसरों को भी नहीं पता कि हालात कब सुधरेंगे।
इन दिनों तो कटौती ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। 20 अगस्त को रात 12 बजे से कटौती को सिलसिला शुरू हुआ तो पूरे चौबीस घंटे जारी ही रहा। इस बीच चार घंटे के घोषित शेड्यूल के विपरीत करीब 11 घंटे की कटौती की गई। पूरी रात ही लोग परेशान रहे। उमस भरी गरमी में पूरी रात बिजली संकट से लोग दो घंटे भी नहीं सो सके। इनवर्टर तो चार्ज ही नहीं हो पा रहे हैं। पॉश कालोनियों में जेनरेटर धड़धड़ाते रहे।
गहराने लगा पानी का संकट
तकरीबन पूरी रात ही बिजली गुल रह रही है। इसका असर पानी की सप्लाई पर पड़ रहा है। बुधवार को लाइनपार, बुद्धि विहार, सीतापुरी, पुराने शहर इलाके में तो पानी आया ही नहीं। जिन क्षेत्रों में पानी आया। वहां प्रेशर हल्का था।
अभी और गहराएगा बिजली संकट
बिजली विभाग के अधिकारियों की मानें तो इन दिनों लगातार बंद हो रहीं उत्पादन इकाइयों से बिजली संकट बड़ रहा है। अब प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में उपचुनाव हैं। माना जा रहा है कि इन क्षेत्रों में सप्लाई देने के चक्कर में दूसरे क्षेत्रों की सप्लाई का वक्त बढ़ाया जाएगा।
20 अगस्त को ऐसे हुई कटौती
- रात 12 से ढाई बजे तक
- सुबह पांच से साढ़े सात बजे तक
- सुबह दस से 11 बजे तक
- दोपहर एक से साढ़े तीन बजे तक
- शाम पांच से छह बजे तक
- रात साढ़े सात से नौ बजे तक
'प्रदेशव्यापी बिजली संकट चल रहा है, इसी के चलते ज्यादा कटौती हो रही है, इस संबंध में लोकल स्तर पर फाल्टों को कम से कम वक्त में अटैंड करने के निर्देश दिए गए हैं'
- एके गुप्ता, चीफ इंजीनियर