गागन में डूबे दो युवक, जाम
मुरादाबाद। पाकबड़ा के दो युवक रहस्यमय तरीके से गागन में डूब गए। इसमें एक का शव मिल गया है, जबकि दूसरे की तलाश की जा रही है। परिजनों ने पड़ोस के ही युवक पर हत्या का आरोप लगाया। इस पर चार लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। गोताखोरों के समय से न पहुंचने से आक्रोशित परिजनों ने दिल्ली हाइवे जाम कर दिया।
मझोला थानाक्षेत्र के गागन में कुछ लोग नाव से घूम रहे थे। अचानक नदी में उन्हें युवक का शव तैरता दिखाई दिया। सूचना पर एएसपी और अन्य पुलिस बल मौके पर पहुंचा। इसी बीच नदी में मलगद्दे का मारूफ तैराकी कर रहा था। शोर सुनकर मारूफ उस तरफ गया और शव खींचकर बाहर ले आया। तब तक मौके पर लोगों की भीड़ लग चुकी थी। इसी बीच पाकबड़ा थानाक्षेत्र के हाशमपुर चौराहा निवासी खलील अहमद बेटे को तलाशते हुए पहुंच गए। उन्होंने शव की पहचान बेटे शाने आलम (20) के रूप में की। खलील ने बताया कि उनका बेटा शाने आलम मजदूरी करता था। वह गुरुवार दोपहर एक बजे घर से निकला था। शाम तक जब वापस नहीं लौटा तो उसकी तलाश करने के बाद पाकबड़ा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। खलील ने आरोप लगाया कि ढाई महीने पहले उसके बेटे का मुहल्ले में रहने वाले अख्तर के बेटे अकरम से झगड़ा हो गया था। अकरम ने उनके बेटे की हत्या की धमकी दी थी। उनका आरोप है कि अकरम ने ही उनके बेटे की हत्या कर दी। खलील की तहरीर पर अख्तर और उनके बेटों अकरम, शाने, अजीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। अभी खलील बेटे के शव के पास खड़े परिवार वालों का इंतजार कर रहे थे कि तभी पाकबड़ा थानाक्षेत्र के मुहल्ला सराय निवासी अख्तर अपने बेटे रिजवान (18) को तलाशते हुए गागन के पास पहुंच गए।
नदी किनारे कपड़े देख अख्तर ने रिजवान का शव होने की आशंका जताई। अख्तर ने बताया कि रिजवान शुक्रवार दोपहर एक बजे घर से निकला था, इसके बाद से उसका पता नहीं चला। दोनों परिवारों में कोहराम मच गया। देर शाम तक उसे ढूंढने की कवायद चलती रही। परिवार वालों ने बताया कि रिजवान मंदबुद्धि था और अक्सर मुहल्ले वालों के साथ घूमने चला जाता था। शुक्रवार को भी वह मुहल्ले के लड़कों के साथ निकला था। समय से गोताखोर न पहुंचने पर दोनों के परिजन भड़क उठे। उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ दिल्ली हाइवे जाम कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को किसी तरह समझा-बुझाकर जाम हटवाया।
पांच बहनों का लाडला था शाने आलम
खलील का बेटा शाने आलम पांच बहनों के बीच अकेला था। परिवार का खर्च चलाने के लिए खलील और शाने आलम मजदूरी करते थे। भाई का शव मिलने की सूचना पर पांचों बहने और अन्य परिवार वाले मौके पर पहुंचे। परिवार में ईद की तैयारियां चल रहीं थीं। शाने आलम भी घर के लिए मजदूरी से मिले पैसे से सामान खरीद कर ला रहा था। थाना प्रभारी मझोला राजेश कुमार ने बताया कि दूसरे युवक की तलाश की जा रही है।