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चौकी पर शव रखकर लगाया जाम, हंगामा

By Edited By: Published: Sun, 20 Apr 2014 01:06 AM (IST)Updated: Sun, 20 Apr 2014 01:06 AM (IST)

मुरादाबाद। नोएडा के अस्पताल में मौत के बाद शनिवार को हिंदू वाहिनी के जिलाध्यक्ष की शव यहां पहुंचा तो गुस्साएं परिजनों ने दस सराय पुलिस चौकी के पास शव रखकर जाम लगा दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। एसपी सिटी ने उनके हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया, तब कहीं जाम खुल पाया।

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दस सराय में संजय नगर की गली नंबर एक निवासी ध्यान सिंह प्रापर्टी डीलिंग करते थे। वह हिंदू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष भी थे। उन्हें दस अप्रैल की सायं छह बजे सम्भल रोड पर जिम जाते वक्त गोली मारी गई थी। सीने और पीठ में तमंचे से गोली मारने के बाद दोनों बाइक सवार हमलावर फरार हो गए थे। उन्हें गंभीर हालत में नोएडा भेजा गया था।

हमले के आरोप में दससराय निवासी यशपाल सैनी व उसके भाई सुभाष सैनी समेत पांच के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई गई थी। दोनों भाई पार्षद हैं, मगर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया। इधर, शुक्रवार रात आठ बजे हिंदू वाहिनी के जिलाध्यक्ष की नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में मौत हो गई। शनिवार को सायं साढ़े चार बजे हिंदू नेता का शव यहां पहुंचा तो परिजनों ने दस सराय पुलिस चौकी के पास शव को रखकर जाम लगा दिया। कटघर पुलिस पर हमलावरों से साठगांठ का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान, कोहिनूर तिराहा और इधर सम्भल चौराहा तक वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस अधीक्षक नगर महेंद्र यादव, क्षेत्राधिकारी संग मौके पर पहुंचे और परिजनों से वार्ता की। आश्वासन दिया कि अभी तक पुलिस चुनाव में व्यस्त थी। हमलावरों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। इसके बाद परिजनों ने जाम खोल दिया। बाद में पुलिस ने अपनी मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार कराया। पुलिस के मुताबिक पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद मुकदमे को हत्या के मामले में तरमीम किया जाएगा। हत्या पुरानी रंजिश में की गई है।

अधिवक्ता पुत्र हमलावरों को पकड़ने में भी कोताही

हिंदू वाहिनी के जिलाध्यक्ष केस की तरह ही सिविल लाइंस पुलिस अधिवक्ता गुरदीप सिंह के बेटे सुमित के हमलावरों को पकड़ने में कोताही बरत रही है। थानाक्षेत्र के चंद्रनगर के अधिवक्ता गुरदीप सिंह के बेटे सुमित को आठ अप्रैल को दबंगों ने गोली मार दी थी। रामचंद्र कन्या इंटर कालेज के पास हुई घटना में बुद्धि विहार के रचित और उसके दोस्त को नामजद किया गया था, मगर उनको गिरफ्तार नहीं किया गया। शनिवार उनके परिजन इंस्पेक्टर सिविल लाइंस अनिल कुमार मिश्रा से मिले। इंस्पेक्टर ने जल्द ही हमलावरों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। इस दौरान, हरप्रीत सिंह, हरजीत सिंह, अजय पाल सिंह, रनवीर सिंह व करनवीर सिंह आदि रहे।


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