बसपाइयों ने रात में बांटे नोट, सपाइयों ने पीटा
मुरादाबाद । सिविल लाइंस थानाक्षेत्र के चक्कर की मिलक में बुधवार रात तीन बजे विवादित प्रचार सामग्री बांटे जाने से सपा और बसपा के समर्थक आमने सामने आ गए। सपाइयों ने बसपा समर्थक और बसपा विधान सभा प्रभारी की जमकर पिटाई कर दी। पुलिस ने बसपा के विधान सभा प्रभारी समेत एक दर्जन के खिलाफ नामजद व 20-25 अज्ञात लोगों के नाम रिपोर्ट दर्ज कर ली। विधान सभा प्रभारी समेत चार को गिरफ्तार कर लिया।
चक्कर की मिलक चौराहे पर बुधवार रात करीब दो बजे आठ लग्जरी गाड़ियों से बसपा प्रत्याशी हाजी याकूब कुरैशी के बेटे इमरान, हरथला निवासी विधान सभा प्रभारी हाजी मुहम्मद कामिल दर्जनों समर्थकों के साथ पहुंच गए। बस्तों के साथ लोगों को पैसे देने लगे। इसी बीच साथ में आए समर्थकों ने रंगीन पोस्टर, पम्फलेट और पम्फलेट साइज अखबार लोगों में बांटने शुरू कर दिए। जिस पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी डा. एसटी हुसैन के खिलाफ विवादित इबारत लिखी थी और चुनाव में बसपा को समर्थन देने की बात भी लिखी थी।
चक्कर की मिलक चौराहे पर जब समाजवादी पार्टी के समर्थकों ने विवादित सामग्री और पैसा बांटते हुए बसपा के लोगों को देखा तो उन्हें घेर लिया और गाली गलौज करने लगे। स्थानीय लोगों के अनुसार लग्जरी गाडि़यों से आए लोगों ने तमंचे निकालकर धमकाने का प्रयास किया। इस पर लोग आक्रोशित हो गए और गाडि़यों को घेरकर पथराव कर दिया। बसपा प्रत्याशी हाजी याकूब कुरैशी का बेटा अन्य आरोपी मौके वाहन छोड़कर भाग निकले।
इसी बीच समाजवादी पार्टी के तमाम लोग चक्कर की मिलक पर एकत्र हो गए और उन्होंने बसपा के विधानसभा प्रभारी हाजी मुहम्मद कामिल, हापुड़ रोड निवासी वकील, तहसील स्कूल के पास रहने वाले शुएब और बिलाल को पकड़ लिया। चारों को लाठी, डंडों और घूंसे लातों से दौड़ा कर पीटा। हंगामे की सूचना पर चक्कर की मिलक चौराहे पर एएसपी मुहम्मद इमरान और सिविल लाइंस इंस्पेक्टर अनिल कुमार मिश्र पहुंचे और भीड़ से चारों को बचाया और थाने ले आए। अस्पताल में हाजी मुहम्मद कामिल की गाड़ी से एक तमंचा भी बरामद हुआ। लोगों को जो पैसा वोट के लिए दिया गया उसमें से पंद्रह हजार रुपये और गाडि़यों से विवादित इबारत और फोटो के पोस्टर बड़ी संख्या में बरामद हुए। पुलिस क्रेन से बंद खड़ी पांचों गाडि़यां उठवाकर सिविल लाइंस थाने लाई। गुरुवार चक्कर की मिलक निवासी सलीम की तहरीर पर इमरान, रिजवान, कामिल, मशकूर, जावेद, मोहसिन मुल्ला, वहाब, मशकूर, मंसूर तथा पंद्रह बीस अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। दूसरा मुकदमा थाने के दीवान शिव चरन सिंह की तहरीर पर दर्ज किया गया। एएसपी मुहम्मद इमरान ने बताया कि चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। गिरफ्तार लोगों के कब्जे से विवादित सामग्री, तमंचा और पैसा बरामद किया गया है।
फेल हुई एलआइयू
चक्कर की मिलक में बुधवार देर रात हंगामा हुआ। चक्कर की मिलक चौराहे पर हर चुनाव और त्योहारों के समय कुछ न कुछ विवाद जरूर होता है। पूर्व में हुए विवादों को देखते हुए खुफिया को विशेष अलर्ट रहने के निर्देश दिए थे, लेकिन बुधवार रात हुए बवाल में खुफिया की असफलता साफ दिखाई दे रही है। मुख्य चौराहे पर हुई घटना की जानकारी पहले से एलआइयू को भी नहीं थी।
सिफारिश में आते रहे फोन
विधान सभा प्रभारी कामिल समेत चार लोगों के गिरफ्तारी की सूचना शहर में फैलते ही अधिकारियों के फोन घनघनाना शुरू हो गए। लखनऊ से लेकर मेरठ तक के रहने वाले कामिल और उसके साथ के लोगों को छोड़ने की बात कह रहे थे।
कही समझौते की बात
मेडिकल को जिला अस्पताल पहुंचे बहुजन समाजवादी पार्टी के विधान सभा प्रभारी हाजी मुहम्मद कामिल ने बताया कि उनकी समझौते की बात चल रही है।
दहशत में नहीं निकले लोग
चक्कर की मिलक के ब्लाक कार्यालय मे साढ़े आठ हजार वोटर हैं। रात हुई मारपीट के बाद से इलाकाई लोगों में इतनी दहशत थी कि दिन में 12 बजे तक बीस प्रतिशत मतदान हो पाया। लोगों की संख्या कम देखकर प्रत्याशियों के माथे पर पसीना आ गया और उन्होंने घर से वोटरों को निकालना शुरू किया।
हाजी कामिल व अन्य बसपा कार्यकर्ता एक दावत से लौट रहे थे। पुलिस की मौजूदगी में हमला किया गया। पर्चे और पैसे बांटने की बात गलत है। पुलिस ने सत्ता के दबाव में साजिश रची और झूठा मुकदमा दर्ज किया। इसका जवाब अवाम देगा।
-हाजी याकूब कुरैशी
बसपा प्रत्याशी, मुरादाबाद लोकसभा