सड़कों की जांच का आयुक्त ने दिया आदेश
मीरजापुर : भले ही नक्सल क्षेत्र के नाम पर प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये खर्च किया जा रहा हो लेकिन नक्सल क्
मीरजापुर : भले ही नक्सल क्षेत्र के नाम पर प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये खर्च किया जा रहा हो लेकिन नक्सल क्षेत्र तस्वीर नहीं बदल पाई। बरसात में सड़कों का बुरा हाल है वाहन से कौन कहे पैदल चलना भी दूभर हो गया है। ग्रामीणों की मांग पर आयुक्त रंजन कुमार ने जांच का आदेश दिया है।
वनों व पहाड़ियों से आच्छादित यह क्षेत्र आर्थिक सामाजिक व राजनीतिक ²ष्टि से काफी पिछड़ा है। शासन से क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये मिलता है। लेकिन विकास के नाम पर कागजी घोड़ा दौड़ाया जा रहा है। कलवारी से लालगंज राजपथ, कोटवा से पटेहरा मार्ग व लालगंज-कलवारी राजपथ से कंहईपुर बारीपुर राजवाहा मार्ग की हालत खस्ता है। सड़क से गिट्टी गायब हो चुकी है। जगह जगह गड्ढे हो गए हैं। बरसात होते ही सड़कों पर कीचड़ व पानी भर जाता है। सड़कों में बने गड़्ढे राहगीरों की राह में रोड़ा बन गए हैं। स्थानीय लोगों की मांग के बावजूद इन मार्गों की मरम्मत नहीं कराई जा रही है। इससे ग्रामीणों को रोष बढ़ता जा रहा है। नगर के पालीटेक्निक कालेज मार्ग की भी हालत खस्ता है। छात्रों को आने जाने में दिक्कत हो रही है।
राजगढ़ से मधुपुर मार्ग वाया खोराडीह, राजगढ़ से घोरावल व चुनार मार्ग के अलावा दो दर्जन से अधिक संपर्क मार्ग हैं लेकिन किसी भी मार्ग की स्थिति ठीक नहीं हैं। राजगढ से चुनार मार्ग का निर्माण कच्छप गति से चल रहा है। राजगढ़ से घोरावल शाहगंज, राजगढ़ से मधुपुर मार्ग जर्जर हो चुका है। मार्ग की मरम्मत की मांग को लेकर ग्रामीण कई बा आंदोलन कर चुके हैं इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। ग्रामीणों की मांग पर शनिवार को आयुक्त ने जांच का आदेश दिया है।
क्या मांगी है जानकारी
-कब हुआ था सड़कों का निर्माण
-कितना मिला था बजट
-कब तक का था अनुबंध। आयुक्त के इस पत्र से अभियंताओं को पसीना छूट रहा है।