शासन की मंशा के अनुरूप काम नहीं कर रहे अधिकारी
मीरजापुर: जिले की चारों तहसीलों में मंगलवार को तहसील दिवस पर फरियादियों की भीड़ उमड़ी थी। बड़ी संख्या
मीरजापुर: जिले की चारों तहसीलों में मंगलवार को तहसील दिवस पर फरियादियों की भीड़ उमड़ी थी। बड़ी संख्या में लोग बिजली संकट, जमीन पर कब्जा, राहत राशि न मिलने और पुलिस उत्पीड़न की शिकायतें लेकर पहुंचे थे। सदर तहसील में एसडीएम सदर अशोक कुमार कन्नौजिया की देखरेख में 357 मामलों में 29 का निस्तारण किया गया।
चुनार : तहसील दिवस में आए 172 आवेदनों में महज 16 का ही निस्तारण किया जा सका। अधिकतर आवेदन भूमि, राजस्व व पुलिस संबंधी थे। तहसील कार्यालय के बाहर उमस, गर्मी और बारिश के दौरान फरियादियों की लंबी कतार कहीं न कहीं इस बात का एहसास करा रही थी कि लोगों को उच्चाधिकारियों से ही न्याय की उम्मीद है। दोपहर दो बजे के बाद भी सैकड़ों लोग आवेदन लिए कतार में खड़े थे। इनके आवेदन बिना किसी नंबर के ले लिए गए। यहां पहुंचे ¨वध्याचल मंडल के आयुक्त अनिल कुमार ने तल्ख तेवरों में कहा कि ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन जनता की समस्या के त्वरित समाधान के लिए किया जाता है। इसके विपरीत फरियादियों की भीड़ देख कर लगता नहीं कि सभी अधिकारी शासन की मंशा के अनुरुप काम कर रहे हैं। उन्होंने उपजिलाधिकारी को निर्देश दिया कि अन्य दिनों में भी मामलों का यथासंभव तत्काल निस्तारण किया जाए। जिलाधिकारी राजेश कुमार ¨सह ने सभी विभागीय अधिकारियों से कहा कि समयावधि के भीतर आवेदनों का निस्तारण करें। रजिस्टर पर तमाम आवेदकों का मोबाइल नंबर अंकित न रहने पर भी नाराजगी जताई । इस मौके पर पुलिस अधीक्षक दिनेश चंद्र, सीडीओ अमित कुमार ¨सह, एसडीएम अवधेश कुमार मिश्रा, तहसीलदार चंद्रप्रकाश प्रियदर्शी, नायब तहसीलदार राजमन, मुख्य चिकित्साधिकारी, उप सूचना निदेशक विनोद पांडेय, सीओ चुनार पीके वर्मा, कोतवाल अभय ¨सह समेत सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे । लालगंज में 94 मामले आए जिसमें पांच का निस्तारण किया गया। इस दौरान एडीएम भू राजस्व बीबी ¨सह, एसडीएम दिवाकर ¨सह सहित अन्य अधिकारी थे।