नक्सल क्षेत्र में अधूरा है पुलों का निर्माण
मीरजापुर: नक्सल क्षेत्र में पुलों का निर्माण अधूरा है। सरकार बने लगभग तीन साल बीत गया लेकिन चार बड़े
मीरजापुर: नक्सल क्षेत्र में पुलों का निर्माण अधूरा है। सरकार बने लगभग तीन साल बीत गया लेकिन चार बड़े पुलों की स्वीकृति भी नहीं मिल सकी है। जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में पुलों का निर्माण ही मुद्दा था। इसी पर विश्वास कर जनता ने वोट भी दिया लेकिन वादों के लटके झटके में सरकार बने तीन साल बीत गया। अब तो जनता द्वारा तीखा सवाल किया जा रहा है। सत्ता दल के नेताओं की बेचैनी बढ़ गई है। बरसात होते ही विकास खंड का पहाड़ी इलाका बाढ़ में डूब जाता है। आवागमन बंद हो जाता है। इसकी वजह से दिक्कत हो जाती है। सक्तेशगढ़-चुनार मार्ग पर तीन जगहों पर नदी पर रपटा की जगह पुल निर्माण का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। अब तक वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिल पायी है। बरसात होते ही नदी उफान पर आ जाती है और आवागमन बंद हो जाता है। दूसरी बड़ी परियोजना अदवा नदी पर पुल का निर्माण न होना शामिल है। बरसात होते ही हलिया विकास खंड का संपर्क जिला मुख्यालय से कट जाता है। फिर तो मुसीबत खड़ी हो जाती है। इस पुल के निर्माण की फाइल भी सीएम कार्यालय में फंसी हुई है। इसकी वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृति भी नहीं मिल पाई है। हालांकि सपा जिलाध्यक्ष शिवशंकर सिंह यादव का कहना है कि जल्द सीएम का कार्यक्रम लग रहा है। परियोजनाओं की सूची सीएम कार्यालय को उपलब्ध करा दी गई है। जल्द घोषणा होने की उम्मीद है।