अधिकारियों पर मुकदमे से हड़कंप
मीरजापुर: जिले के हलिया विकास खंड में वर्ष 2007 से 2010 के बीच हुए लगभग चार करोड़ 45 लाख के मनरेगा घो
मीरजापुर: जिले के हलिया विकास खंड में वर्ष 2007 से 2010 के बीच हुए लगभग चार करोड़ 45 लाख के मनरेगा घोटाले में पूर्व में तैनात रहे दो डीएम, चार सीडीओ व छह बीडीओ समेत 54 कर्मचारियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मनी लांड्रिंग का मुकदमा दर्ज किए जाने से शुक्रवार को विकास भवन व हलिया ब्लाक के कर्मचारियों में हड़कंप मचा रहा। सूत्रों के मुताबिक ईडी ने इन अधिकारियों व कर्मचारियों की घेरेबंदी शुरू कर दी है। इनकी संपत्ति का पता लगाया जा रहा है। पूर्व यहां रहे अन्य जनपदों में तैनात कई अधिकारियों का फोन भी शुक्रवार को विकास भवन में घनघना रहा था। इसे लेकर विकास भवन में सरगर्मी तेज रही। पूर्व में मनरेगा घोटाले की जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा की टीम कर चुकी है। वर्तमान में सीबीआइ जांच कर रही है। ईडी ने दोनों जांच एजेंसियों के दस्तावेज को आधार बनाकर आरोपियों पर कार्रवाई की है। इस कार्रवाई से अधिकारियों की मुसीबत और बढ़ गई है। अधिकारियों व कर्मचारियों की नींद उड़ गई है।
बताते चलें कि एक वर्ष पहले घोटाले के आरोपी छह खंड विकास अधिकारियों सहित कुल 54 कर्मचारियों के खिलाफ प्राथमिकी तत्कालीन परियोजना निदेशक आरपी मिश्र द्वारा हलिया थाने में दर्ज कराई गई थी। उस दस्तावेज को भी जांच टीम ने कब्जे में ले लिया है।