मीरजापुर स्टेशन पर लगेगी स्वचालित सीढ़ी
मीरजापुर: सब कुछ ठीक ठाक रहा तो जल्द ही ए श्रेणी दर्जा प्राप्त मीरजापुर स्टेशन पर यात्री स्वचालित सी
मीरजापुर: सब कुछ ठीक ठाक रहा तो जल्द ही ए श्रेणी दर्जा प्राप्त मीरजापुर स्टेशन पर यात्री स्वचालित सीढ़ी(आइसोलेटर) का लुत्फ उठा सकेंगे। नई दिल्ली, कानपुर, इलाहाबाद व वाराणसी की तर्ज पर यहां भी स्वचालित सीढ़ी का निर्माण होगा। सूत्रों के मुताबिक रेलवे बोर्ड ने इसके लिए हरी झंडी दे दी है। अभियंताओं की टीम यहां आकर निरीक्षण भी कर चुकी है। एक नंबर प्लेटफार्म पर सीढ़ी की स्थापना की जायेगी। उसे दो नंबर प्लेटफार्म पर उतारा जायेगा। स्टेशन पर स्वचालित सीढ़ी की डिमांड लंबे समय से की जा रही थी। खासतौर से विकलांगों को दिक्कत हो रही थी। ओवर ब्रिज की सीढ़ी चढ़कर दो व तीन नंबर प्लेटफार्म पर जाना उनके लिए आसान नहीं था। स्वचालित सीढ़ी से उन्हें भी राहत मिलेगी। एसएस सुभाष सिंह ने बताया कि रेलवे बोर्ड से मंजूरी मिल चुकी है। जल्द तकनीकी स्वीकृति के बाद काम शुरू होगा। उनका प्रयास होगा कि जल्द से जल्द काम शुरू होगा। कानपुर-मुगलसराय के बीच मीरजापुर दूसरा स्टेशन होगा जहां पर स्वचालित सीढ़ी की मंजूरी दी गई है।
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पांच करोड़ से अपग्रेड होगा यार्ड
स्थानीय रेलवे स्टेशन के यार्ड का छह नंबर रेलवे ट्रैक को अपग्रेड करने के लिए पांच करोड़ की योजना मंजूर की गई है। लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबे रेलवे ट्रैक को लांग हाल मालगाड़ी के बनाया जा रहा है। अब तक मुगलसराय से इलाहाबाद के बीच गैपुरा स्टेशन पर लांग हाल को खड़ा करने के लिए ट्रैक का निर्माण करवाया गया था। इसकी वजह से एक्सप्रेस ट्रेन को पास कराने के लिए रेलवे के अधिकारी परेशान रहते थे। चाहकर भी वह रास्ते में मालगाड़ी को कहीं खड़ी नहीं कर सकते थे। रेलवे सूत्रों का कहना है कि मीरजापुर स्टेशन के यार्ड में पर्याप्त जगह है यहां पर लांग हाल के लिए ट्रैक बन जाने से आसानी होगी। मंगलवार को एसएस कार्यालय में इलाहाबाद से आये यातायात प्लानिंग की मौजूदगी में सिग्नल, बिजली, इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई। जिसमें योजना पर विचार किया गया। इस दौरान एसएस सुभाष सिंह भी थे।