48 घंटे में पांच की मौत से मचा कोहराम
मीरजापुर: काफी समय से शांत रहे जनपद में अड़तालिस घंटे के दौरान हत्या, आत्महत्या व मारपीट के दौरान पां
मीरजापुर: काफी समय से शांत रहे जनपद में अड़तालिस घंटे के दौरान हत्या, आत्महत्या व मारपीट के दौरान पांच लोगों की मौत से सनसनी फैल गई है। कानून व्यवस्था को लेकर लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी हैं।
गत अड़तालिस घंटे में विंध्याचल, कछवां, पड़री और मड़िहान में पांच लोगों की मौत हो गई। इससे दीपावली के ठीक पहले हुई इन मौतों से कानून व्यवस्था एक तरह से तार-तार होती नजर आई। कछवां के गोधना गांव में हुए खूनी संघर्ष में जिस तरह से कुल्हाढ़ी से प्रहार करके दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। इसमें पुलिस की नाकामी ज्यादा रही है। घटना की शुरुआत सुबह से ही हो गई थी। इस मामले में विवाद शाम के समय ही हुआ था। बीट के दारोगा और सिपाही ने इसे हल्के में लिया और अधिकारियों को इसकी सूचना नहीं दी। नतीजा यह रहा कि रात में खूनी संघर्ष हुआ और एक हिस्ट्रीशीटर समेत दो लोग मारे गए। अब भले ही एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस बल लगा दी गई हो यदि यही कदम शुरुआती दौर में पुलिस ने उठाया होता तो दोहरा हत्याकांड होने से रोका जा सकता था। वहीं विंध्याचल थाना क्षेत्र के पटवा में विवाहिता पुष्पा की मौत फांसी पर लटकने से हुई थी। पुलिस ने इस मामले में हत्या की प्राथमिकी दर्ज करने में हीलाहवाली की प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए मृतका के परिवारवालों को सड़क पर उतरकर जाम लगाना पड़ा। पड़री थाना के हल्का बौड़री गांव के चिंतामणि के बाहर अचेत पड़ा मिला था। अस्पताल लाते समय उसकी मौत हो गई। परिवारवाले हत्या करने का आरोप लगा रहे हैं जबकि पुलिस का कहना था कि उसकी मौत बीमारी के चलते हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि हुई है। मड़िहान थाना के लूसा गांव में दुकानदार तपेसी (40) का शव दुकान से पांच सौ मीटर दूर तालाब के भीटा के पास पड़ा मिला। उसकी धारदार हथियार से हत्या की गई थी। इसी थाना क्षेत्र के बैकटवा में महादेव की पहाड़ी पर निर्माणाधीन अष्टकोणीय थाना भवन के उपरी मंजिल में किरन नामक सोलह वर्षीय मजदूर का शव मिला था।