चक्रवाती तूफान संग गिरे ओले
मीरजापुर: बूंदाबादी व ओला के साथ आए चक्रवाती तूफान ने बुधवार को लालगंज, पटेहरा, राजगढ़ व मड़िहान क्षे
मीरजापुर: बूंदाबादी व ओला के साथ आए चक्रवाती तूफान ने बुधवार को लालगंज, पटेहरा, राजगढ़ व मड़िहान क्षेत्र में हाहाकार मचा दिया। बस्तरा में एक ढाबे का शेड उड़ गया तो आधा दर्जन मकानों पर पेड़ गिर गए। बिजली व टेलीफोन व्यवस्था भी ध्वस्त हो गई। पेड़ गिरने से मीरजापुर-रींवा राष्ट्रीय मार्ग दो घंटे जाम रहा।
चक्रवाती तूफान का सबसे ज्यादा असर लालगंज बाजार व उसके दक्षिण साइड में आठ किमी तक रहा। लालगंज प्रतिनिधि के अनुसार: लालगंज बाजार के अलावा बस्तरा पांडेय, रजई, बेलहा, कटाई, निनवार, बरडीहा, तेंदुहानी, दुबार कला गांव में व्यापक क्षति हुई। बस्तरा राजा में ढाबा के बर्तन काउंटर व छत उड़ गए। दुबार में कस्तूरबा गांधी विद्यालय की बाउंड्री गिर गई तथा जूनियर हाईस्कूल पर यूकेलिप्टस के बीस पेड़ गिर गए। इससे विद्यालय भवन बैठ गया। संयोग ही था कि अवकाश था नहीं तो बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता।
दुबार रोड पर सैकड़ों पेड़ गिर गए हैं। इससे यह मार्ग चार घंटे तक बंद रहा। इस रोड पर बिजली के 22 खंभे टूटकर गिर गए हैं। मीरजापुर रीवां मार्ग पर पेड़ गिरने से दो घंटे तक राजमार्ग जाम रहा। तूफान का असर रहा कि किसी के मड़हे उड़ गए तो किसी के टीनशेड का पता ही नहीं चला। क्षेत्र में रामलीला व देवी पूजा के लिए लगाए गए पूजा पंडालों को भी क्षति पहुंची है।
मड़िहान व पटेहरा प्रतिनिधि के अनुसार: क्षेत्र में कोटवा व बेला के जंगल में कई पेड़ गिर गए। इससे एक घंटे तक यातायात व्यवस्था ठप हो गई। पेड़ों के गिरने से बिजली के तार व पोल टूट गए। बिजली टेलीफोन व्यवस्था ध्वस्त हो गई। मड़िहान की रामलीला के पंडाल उड़ गए। कटैया गांव में बालनाथ पांडेय, कन्हैया व कल्लू विश्वकर्मा के घर पर पेड़ गिर गए। क्षेत्र में सैकड़ों पेड़ गिरने व चक्रवाती तूफान से धान की फसल भी गिर गई है।
राजगढ़ प्रतिनिधि के अनुसार: क्षेत्र के चितविसराव, तालर, खोराडीह व आसपास क्षेत्र में ओला गिरने से धान के साथ टमाटर की फसल पर बुरा असर पड़ा है। चितविश्राम में ओला से एक महिला जख्मी हो गई।