कागज पर पौधरोपण, लाखों का बजट हजम
मीरजापुर : मनरेगा में पौधरोपण के नाम पर लाखों का बंदरबांट किया गया है। कागज पर तो कई बीघे जमीन पर ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत के अलावा वन विभाग द्वारा पौधरोपण करा दिया गया है लेकिन मौके पर पौधे नदारद हैं। चालीस फीसद पौधे तो रोपने के बाद सूख गए, जो बचे थे वह एक भी गरमी नहीं झेल सके।
इस दौरान जहां पर पौधरोपण कर हरियाली का दावा किया गया था, वहां पर सूखी झाड़ियां व काटे फैले हुए हैं। पांच साल में कागज पर तो बीस लाख से अधिक पौधे रोप दिए गए है। लाखों का बजट भी खर्च हो गया लेकिन मौके पर या तो गड्ढे नजर आ रहे हैं अथवा पौधों की सूखी टहनियां दिखती हैं। भारत सरकार के नेशनल मानीटर विनोद शंकर चतुर्वेदी की जांच रिपोर्ट से पौधरोपण में लाखों के गोलमाल का खुलासा हुआ है।
उन्होंने पौधरोपण के कार्यो की जांच कराकर कार्रवाई करने को कहा है लेकिन मामला फाइलों में दब गया है। इसी तरह छानबे विकास खंड के कई गांवों में कागज पर पौधरोपण व गड्ढा खोदवाकर बजट हजम कर लिया गया है। इसके भी जांच की मांग की जा रही है। प्रमुख सचिव की चौपाल के दौरान पौधरोपण में हुई धांधली का मामला उठाया गया। उन्होंने कार्यो के जांच का निर्देश दिया है।
बोले सीडीओ
इस संबंध में सीडीओ विवेक पांडेय का कहना है कि पौधरोपण में हुई गड़बड़ी की जांच की जाएगी। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।