'डीएमओयू' गठजोड़ बदलेगा मेरठ का इतिहास : शाहिद
मेरठ : 'डीएमओयू' यानि दलित-मुस्लिम-ओबीसी-सवर्ण जाति गठजोड़ लोस चुनाव में मेरठ-हापुड़ लोस क्षेत्र का इतिहास बदलेगा। इस बार दलित-मुस्लिम मत का विभाजन कराने वालों की साजिश नाकाम की की जाएगी।
बसपा के मेरठ कैंट विस क्षेत्र कैंडर कैंप को सम्बोधित करते हुए पार्टी के मेरठ-हापुड़ लोस क्षेत्र प्रत्याशी हाजी शाहिद अखलाक ने कहा कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में प्रदेश में विकास की गंगा बहाई है। अब लोग उसी कार्यकाल को याद कर रहे हैं। ऐसे में इस चुनाव में खासतौर पर दलित-मुस्लिम मतों का विभाजन कराने वालों को मुंहतोड़ जबाव दिया जायेगा।
मेरठ कैंट से विस चुनाव लड़े सुनील वाधवा ने कहा कि वह करीब 70 हजार वोट मिलने पर भी चुनाव जरूर हार गए पर लोस चुनाव में बसपा प्रत्याशी को 90 हजार वोट दिलवाकर वह विरोधी दलों से अपनी हार का बदला लेंगे। पूर्व एमएलए विनोद हरित ने कहा कि अखिलेश यादव सरकार के कार्यकाल में दलितों व मुस्लिमों का सर्वाधिक उत्पीड़न हो रहा है। इन वर्गो के साथ अन्य पिछड़ा वर्ग व सवर्ण जाति के लोग बिगड़ी कानून-व्यवस्था से त्रस्त हैं। विकास कार्य भी नही हो रहे हैं। ऐसे में वर्ष 2004 के लोस चुनाव की तरह इस चुनाव में भी शाहिद अखलाक चुनाव जीतेंगे। उन्हें साढ़े तीन लाख से अधिक मत मिलेंगे, कारण सभी वर्ग मतदान में हिस्सा लेंगे। जिला अध्यक्ष महेश प्रताप जाटव, रामकुमार आसवाड़े, दयाराम प्रजापति, ओमपाल खादर, बाबू चमन लाल, सतीश, कमालुद्दी व पंडित टीटू शर्मा आदि ने भी सम्बोधित किया। पंजाबी व सिख समाज के लोगों ने शाहिद अखलाक को तलवार भी भेंट की।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर